गुरुग्राम : साईबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले बैंक के तीन मैनेजर समेत चार काबू

गुरुग्राम : साईबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले बैंक के तीन मैनेजर समेत चार काबू
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गुरुग्राम : साईबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले बैंक के तीन मैनेजर समेत चार काबू


-आरोपियों के पास से दो मोबाइल भी बरामद किए गए

गुरुग्राम, 27 फरवरी (हि.स.)। देशभर में साईबर ठगी के मामलों में रोजाना खबरें सामने आ रही हैं। मंगलवार को यहां एक मामले में कोटेक महिन्द्रा बैंक के तीन मैनेजर समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ यह भी खुलासा हुआ है कि कहीं ना कहीं इन ठगी के मामलों में बैंकों की भूमिका भी रहती है।

18 नवम्बर 2023 को ठगी का शिकार हुए एक पीड़ित उसके मोबाईल फोन पर कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उसको अपना परिचय उसके दोस्त देवेन्द्र के रुप में कराया। अपने विश्वास में लेकर कहा कि उसका बेटा अस्पताल में एडमिट है। उसको 10 हजार रुपये की जरूरत है। इसके बाद आरोपी ने पीड़ित के पास एक यूपीआई आईडी भेजकर कहा कि पैसे उसके भतीजे के बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर करवा दो। उसने 10 हजार रुपये ट्रांसफर करवा दिए। इस ठगी की शिकायत पर थाना साईबर अपराध मानेसर में केस दर्ज किया गया।

प्रबन्धक थाना साईबर अपराध मानेसर के निरीक्षक संदीप अहलावत की टीम ने इस वारदात में बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले कोटेक महिन्द्रा बैंक के तीन मैनेजर समेत चार आरोपियों को काबू करने में बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपियों की पहचान मोहित राठी, महेश कुमार, विश्वकर्मा मौर्या व हयात के रुप में हुई। पुलिस टीम द्वारा 21 फवरी 2024 को बिलासपुर जिला गुरुग्राम से आरोपी मोहित राठी को, 22 फरवरी 2024 को गांव कलवाड़ी से आरोपी महेश कुमार को, 26 फरवरी 2024 को आरोपी विश्वकर्मा मौर्या को मानेसर से तथा आरोपी हयात को मेवात से काबू किया गया है। आरोपी मोहित राठी गुरुग्राम के गांव राठीवास का, महेश कुमार गुरुग्राम के गांव कलवाड़ी का, महेश विश्वकर्मा मौर्या निवासी गांव रामुपुर जिला महु यूपी, हयात निवासी गांव सालाका जिला मेवात का रहने वाला है।

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी मोहित राठी बतौर असिस्टेंट मैनेजर, आरोपी महेश कुमार बतौर डिप्टी मैनेजर व आरोपी विश्वकर्मा मौर्या बतौर डिप्टी मैनेजर कोटेक महिन्द्रा बैंक शाखा एमजी रोड गुरुग्राम में कार्यरत थे। आरोपी हयात के माध्यम से वे मेवात में साईबर ठगी के सरगना से मिले थे। खाते उपलब्ध कराने के बदले ये 15-20 हजार रुपए प्रति बैंक खाता उपलब्ध कराने के लेते थे।

आरोपी मोहित राठी, महेश कुमार व विश्वकर्मा मौर्या पिछले करीब सात महिनों से कोटैक महिन्द्रा बैंक में नौकरी कर रहे थे। इस दौरान ये करीब दो हजार बैंक खाते खोल चुके थे। आरोपी बिलासपुर एरिया में स्थित कम्पनियों में कार्य करने वाले कच्चे कर्मचारियों को गुमराह करके उनसे उनके दस्तावेज ले लेते थे। अब पुलिस सभी बैंक खाते फ्रॉड करने के लिए इस्तेमाल हुए है या नहीं, इस बारे में जांच की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव

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