आंदोलनकारी किसान शुभकरण की मौत की जांच टीम पहुंची नरवाना

आंदोलनकारी किसान शुभकरण की मौत की जांच टीम पहुंची नरवाना
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आंदोलनकारी किसान शुभकरण की मौत की जांच टीम पहुंची नरवाना


जींद, 18 अप्रैल (हि.स.)। किसान आंदोलन में दाता सिहं वाला बॉर्डर पर पंजाब के युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले की जांच के लिए गठित 3 सदस्य कमेटी नरवाना के हरियल रैस्ट हाऊस में गुरुवार को पहुंची। तीन सदस्यीय कमेटी में हरियाणा-पंजाब हाईकोर्ट की पूर्व जस्टिस जयश्री ठाकुर, हरियाणा के एडीजीपी अमिताभ सिंह ढिल्लो व पंजाब के एडीजीपी प्रमोद मौजूद रहे। जिसमें तीनों कमेटी सदस्यों ने अधिकारियों व किसानों से करीब तीन घंटे तक बातचीत की।

अधिकारियों व किसानों से वार्तालाप के बाद जांच टीम ने हरियाणा पंजाब के दाता सिंह वाला बॉर्डर के दोनों तरफ की जगह का मुआयना किया। वहीं इस दौरान भारतीय किसान यूनियन पंजाब के अध्य्क्ष बलबीर सिंह राजेवाल वकीलों व 15 सदसीय कमेटी के साथ नरवाना के हरियल रेस्ट हाउस में तीन सदस्यीय जांच कमेटी से एक घंटे तक बातचीत की। वार्तालाप चलने तक हरियल रेस्ट हाउस में काफी संख्या में पंजाब पुलिस व हरियाणा पुलिस बल मौजूद रहा।

राजेवाल ने हरियाणा पंजाब हाई कोर्ट की रिटार्यड जज जय श्री ठाकुर के सामने हरियाणा पुलिस पर गवाहों पर गिरफ्तारी का दबाव डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि सुनवाई हरियाणा में न होकर पंजाब व चंडीगढ़ में की जाए जिस पर जांच कमेटी ने किसानों की बात मानते हुए अगली सुनवाई छह मई को चंडीगढ़ के किसान भवन बुलाई। गौरतलब है कि फरवरी में हुए किसान आंदोलन के दौरान जींद जिले के दातासिंहवाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच सीधा टकराव हुआ था। जिसमें पुलिस को वाटर कैनन तथा रबर बुलेट आदि चलानी पड़ी थी। इसी दौरान 21 फरवरी को पंजाब के शुभकरण की मौत हो गई थी। जिसके शव का पोस्टमॉर्टम पटियाला के अस्पताल में करवाया गया था।

इस मामले में सात दिन बाद पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। किसान संगठनों ने आरोप लगाया था कि शुभकरण सिंह की मौत हरियाणा पुलिस की गोली लगने से हुई है। पुलिस ने यह मानने से मना किया था लेकिन संगरूर के डीसी ने कहा था कि शुभकरण सिंह की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है। बाद में जांच के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे।

आंदोलन के दौरान जींद में विशेष रूप से तैनात किए गए नूंह के एसपी नरेंद्र बिजारणिया भी नरवाना पहुंचे। उनके अलावा जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा और एसपी सुमित कुमार तथा दूसरे संबधित अधिकारी भी जांच के सिलसिले में मौके पर मौजूद रहे।

भारतीय किसान यूनियन के पंजाब अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि छह मई को चंडीगढ के किसान भवन में गवाहों के साथ होगी अगली बैठक हो। न्यायाधीश भी दात सिंह वाला गढ़ी बॉर्डर का निरक्षण भी करेंगे। किसान नेताओं ने हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा पुलिस गवाहों पर दबाव बना रही है कि गिरफ्तारी हो जाएगी। इसलिए गवाह डर के कारण नरवाना के रेस्ट हाउस में नही आए।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र

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