हिसार : तमिलनाडु के किसान नेताओं की रिहाई की मांग पर किसानों ने दिया धरना
महामहिम राष्ट्रपति से की हस्तक्षेप की मांग
हिसार, 18 दिसंबर (हि.स.)। तमिलनाडु के किसान नेता पीआर पांडियन और सेल्वराज
की रिहाई की मांग पर किसान संगठनों ने गुरुवार को लघु सचिवालय के समक्ष धरना दिया।
किसान संगठनों ने इस मामले में महामहिम राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की। भारतीय
किसान यूनियन एकता, सिंधुपुर सहित अन्य किसान यूनियन ने लघु सचिवालय मे धरना देते हुए
जमकर नारेबाजी की
किसान संगठन की ओर से राष्ट्रपति को भेजे गए मांगपत्र में कहा गया कि दोनों
किसान नेताओं को झूठे मामलों में फंसाकर सजा दी गई है, जिससे देशभर के किसानों में
रोष व्याप्त है। किसानों ने बताया कि आगामी समय में भी हमारा संघर्ष से जारी रहेगा।
किसान नेता हर्षदीप गिल ने बताया कि पीआर पांडियन ने अपना पूरा जीवन किसानों
के उत्थान के लिए समर्पित किया है। वर्ष 2013 में तमिलनाडु के धर्मपुरी जिले के काडालमलई
क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा घोषित संरक्षित कृषि भूमि इलाके में एक निजी कंपनी
द्वारा खनन एवं ड्रिलिंग का कार्य किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि, वर्ष 2013 में
इस साइट पर गैस लीक की घटना भी सामने आई, जिससे जनजीवन और पर्यावरण को गंभीर खतरा उत्पन्न
हो गया। स्थानीय नागरिकों के विरोध के बाद प्रशासन ने कार्य पर रोक लगाई, लेकिन आरोप
है कि कंपनी ने नियमों की अनदेखी करते हुए काम जारी रखा।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

