झज्जर : टीकरी बॉर्डर पर 13 फरवरी को संभावित किसान आंदोलन से उद्योगपतियों की सांस अटकी
झज्जर, 8 फरवरी (हि.स.)। किसान आंदोलन की आहट से उद्योगपतियों की सांसें अटक गई हैं। व्यापारियों ने प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को पत्र देकर आंदोलन को रोकने की मांग की है। वहीं आगामी 13 फरवरी को टीकरी बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को देखते हुए जिला पुलिस सतर्क है।
बहादुरगढ़ फुटवियर एसोसिएशन और बहादुरगढ़ चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने बुधवार को झज्जर में एसपी और डीसी को एक पत्र देकर इस आंदोलन को रोकने की गुहार लगाई है। व्यापारियों ने बहादुरगढ़ में आंदोलन ना हो, इसके लिए खाप पंचायत की ओर से भी किसानों से अपील की जा रही है।
दरअसल, पिछली बार किसान आंदोलन के कारण बहादुरगढ़ में उद्योगपतियों और शहर के दुकानदारों के साथ-साथ आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस तरह की पुनरावृत्ति दोबारा ना हो, इसको लेकर उद्योगपति और खाप पंचायत लगातार इस आंदोलन को रोकने की कवायद में लगे हैं। इस संबंध में दलाल खाप नौ गांव के पूर्व प्रधान अतर सिंह ने कहा कि पिछली बार काफी लंबे समय तक चले किसान आंदोलन के दौरान बहादुरगढ़ में काफी संख्या में युवा नशे की गिरफ्त में आ गए थे। बीसीसीआई के प्रधान सुभाष जग्गा का कहना है कि किसान आंदोलन के दौरान फैक्टरी संचालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। इस तरह की स्थिति दोबारा पैदा ना हो, प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर इस आंदोलन को रोकने की मांग की है।
झज्जर के पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्पित जैन ने बतायाकि बहादुरगढ़ में टीकरी बॉर्डर पर 13 फरवरी को किसानों के आंदोलन किए जाने की बात सामने आ रही है। इसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है, बहादुरगढ़ में कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/शील/सुमन/सुनील
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