यमुनानगर: खेतों में टावर लगाने पहुंचे बिजली कर्मियों को किसानों ने खदेड़ा

यमुनानगर: खेतों में टावर लगाने पहुंचे बिजली कर्मियों को किसानों ने खदेड़ा
WhatsApp Channel Join Now
यमुनानगर: खेतों में टावर लगाने पहुंचे बिजली कर्मियों को किसानों ने खदेड़ा


यमुनानगर: खेतों में टावर लगाने पहुंचे बिजली कर्मियों को किसानों ने खदेड़ा


यमुनानगर: खेतों में टावर लगाने पहुंचे बिजली कर्मियों को किसानों ने खदेड़ा


किसान उचित मुआवाजे की कर रहें है मांग

यमुनानगर, 25 जून (हि.स.)। गांव रोड छप्पर के खेतों में बिजली के टावर लगाने पहुंचे बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को किसानों ने खेतों में से खदेड़ दिया और उनका काम रोक दिया। किसानों ने हाईवे को जाम करने का प्रयास किया। इस मौके पर पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात रहा।

मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के नेता मनदीप रोडछप्पर ने बताया कि आज यहां पर बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा खेतों में घुसकर जबरदस्ती टावर लगाए जा रहे थे। जबकि सरकार द्वारा इसका मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उचित मुआवजा राशि की हमारी यह मांग पिछले एक साल से चली आ रही है। जिसको लेकर प्रशासन से कई बार बैठकें भी हो चुकी हुई है। लेकिन किसान को इसका सही मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि जब तक जिला प्रशासन अन्य राज्यों व जिला भिवानी की तर्ज पर मुआवजे के बराबर राशि नहीं देता तब तक हमारा यह विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अन्य जगह पर मुआवजा 20-30 लाख रूपये दिया जा रहा है जबकि यहां पर उतना मुआवजा राशि नहीं दे रहें है।

उन्होंने कहा कि जब तक इसका फैसला नहीं होगा तब तक किसी भी कीमत पर खेतों में टावर नहीं लगाने दिए जाएंगे। बातचीत के दौरान कुछ बिजली कर्मचारी खेतों में काम करने घुसे तो किसानों ने उन्हें खदेड़ दिया और बातचीत में बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्साएं किसानों ने हाईवे पर लेट कर कुछ देर के लिए जाम लगा दिया। वहीं जिला पुलिस उप अधीक्षक राजेश कुमार ने किसानों को शांत कर हाईवे से उठाया। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

हिन्दुस्थान समाचार/अवतार

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story