हिसार : किसानों ने लघु सचिवालय के आगे किया प्रदर्शन, पुलिस से धक्का-मुक्की
डीलरों पर डीएपी व यूरिया के साथ अन्य सामान थोपने का आरोप, दिया ज्ञापन
एसडीओ ने दी जानकारी, डीलरों के लाइसेंस किए गए सस्पेंड
हिसार, 16 नवंबर (हि.स.)। डीएपी व यूरिया खाद के कट्टों के साथ किसानों को जबरदस्ती अन्य सामान दिए जाने के विरोध में पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर किसानों ने लघु सचिवालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया। किसानों ने उपायुक्त को ज्ञापन देने की बात कही लेकिन उनके मौजूद न होने पर जब किसान कृषि उप निदेशक कार्यालय पहुंचे तो उक्त अधिकारी भी कार्यालय में नहीं मिले। इस पर गुस्साए किसान उनके कार्यालय के आगे ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे।
पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष सतीश बैनीवाल के नेतृत्व में किसान लघु सचिवालय पहुंचे और अधिकारियों को ज्ञापन देने की बात कही। किसान जब लघु सचिवालय के अंदर जाने लगे तो वहां पर उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। किसान नेता सतीश बैनीवाल ने बताया कि सरकार के किसानों के प्रति नकारात्मक रवैये की वजह से किसानों को डीएपी व यूरिया खाद के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। प्राइवेट डीलर डीएपी व यूरिया के कट्टों के साथ जबरदस्ती टेकिंग करते हुए नैनो यूरिया, सल्फर, जिंक, सागरिका व कई जगह पर खल के कट्टे और चूरी के कट्टे भी जबरदस्ती किसानों पर थोप रहे हैं, जो सरासर धक्काशाही है। किसानों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि वे इस धक्काशाही को किसी भी तरह सहन नहीं करेंगे। अगर इस पर प्रशासन ने जल्दी ही कार्रवाई नहीं की तो पूरे जिला के किसान इकट्ठे होकर बड़े आंदोलन की घोषणा भी करेंगे।
कृषि उप निदेशक कार्यालय के आगे धरने पर बैठे किसानों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगे रखी। उप निदेशक के न मिलने पर एसडीओ ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल को की गई कार्रवाई पर विस्तार से बताया। एसडीओ ने बताया कि उन दो डीलरो के लाइसेंस 14 दिन के लिए सस्पेंड किए गए हैं और सस्पेंड ही रहेंगे, इस बात का भी विश्वास एसडीओ ने दिलवाया।
प्रतिनिधिमंडल आजाद नगर थाना भी गया वहां एसएचओ संदीप से फोन पर बात हुईं और चौधरीवास के एक डीलर द्वारा किसान नेता अनिल गोरछी को दी जान से मारने की धमकी व गाली गलौज पर कार्रवाई करने की मांग की गई। एसएचओ ने जल्दी ही कार्रवाई करने का विश्वास प्रतिनिधिमंडल को दिलवाया। इस अवसर पर गोपाल नगथला, भूराराम सिवानी बोलान, रामकुमार कुलेरी, सज्जन सिंह किरतान, संजय शर्मा किरतान, जगदीश जगाण, प्रताप गोदारा कालीरामन, रामकुमार फ्रांसी, कुलदीप रावलवास खुर्द, राजपाल भेरिया, अवतार सिंह ढडूर, सरदार जसविंदर सिंह, चरणपाल लुदास, आत्माराम पातन, बजेसिंह डाया, मोनू सुलखनी, केडी अग्रोहा सहित बहुत से गांव के किसान नेता उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर
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