हरियाणा की बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में बना रहीं अपनी पहचान: बंडारू दत्तात्रेय

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हरियाणा की बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में बना रहीं अपनी पहचान: बंडारू दत्तात्रेय


जेसी बोस विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल हुए शामिल

फरीदाबाद, 21 अगस्त (हि.स.)। नगर के जेसी बोस विश्वविद्यालय में बुधवार को आयोजित 5वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल

हुईं। समारोह में दो मेधावी छात्राओं को स्वर्ण पदक के साथ 1536 विद्यार्थियों और शोधार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। जिसमें 998 स्नातक, 525 स्नातकोत्तर और 13 पीएचडी छात्र शामिल थे।

इस मौके पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा की जनता की इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में प्रदेश की बेटियां आगे बढ़ रही हैं और शोध में लड़कों की तुलना में उनकी भागीदारी उत्साहजनक है, जो यह दर्शाता है कि हरियाणा की बेटियां प्रत्येक क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। उन्होंने प्रौद्योगिकीय स्नातकों से आह्वान किया कि वे देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व पटल के उच्च स्तर पर प्रतिष्ठित करने में अपनी भूमिका निभाएं। दत्तात्रेय ने कहा कि महान वैज्ञानिक जेसी बोस के नाम पर इस विश्वविद्यालय का नामकरण इसे वैश्विक पहचान दिलाएगा। उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपाधि एवं पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

इससे पहले कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने अपने स्वागतीय संबोधन में वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कुलपति ने विगत वर्षों की विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने विभिन्न गुणवत्ता मानदंडों पर खुद को साबित किया है। समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, पुलिस आयुक्त ओपी नरवाल, जिला उपायुक्त विक्रम सिंह सहित विश्वविद्यालय की विभिन्न निकायों के सदस्य, पूर्व छात्र संघ के सदस्य और जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे।

दो छात्राओं को दिया गया स्वर्ण पदक

दीक्षांत समारोह में वर्ष 2023 में अपनी डिग्री पूरी करने वाले 1536 विद्यार्थियों और शोधार्थियों को उपाधियां प्रदान की गई, जिसमें 998 स्नातक, 525 स्नातकोत्तर और 13 पीएचडी शामिल रहे। डिग्री प्राप्त करने वालों में 874 छात्र और 662 छात्राएं हैं। समारोह में

ओवरऑल बीटेक टॉपर छात्रा इशिता जुनेजा को 75 हजार रुपये और एक राज्यपाल-कुलाधिपति स्वर्ण पदक और ओवरऑल बीटेक गर्ल्स टॉपर छात्रा काजल शर्मा को 65 हजार रुपये राशि के साथ मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक दिया गया। यह दूसरा मौका है जब भारत का कोई राष्ट्रपति इस संस्थान में पहुंचा है। इससे पहले भारत के तीसरे राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. जाकिर हुसैन ने 20 नवंबर, 1968 को तत्कालीन वाईएमसीए इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, फरीदाबाद की आधारशिला रखी।

हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर / सुमन भारद्वाज / सुनील सक्सेना

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