फरीदाबाद: तपती गर्मी में सिर को गद्दों से ढंककर लोगों ने डाले वोट

WhatsApp Channel Join Now
फरीदाबाद: तपती गर्मी में सिर को गद्दों से ढंककर लोगों ने डाले वोट


फरीदाबाद: तपती गर्मी में सिर को गद्दों से ढंककर लोगों ने डाले वोट


ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने भी घूंघट कर जमकर किया मतदान

फरीदाबाद, 25 मई (हि.स.)। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए वैसे तो प्रशासन ने तरह-तरह का प्रचार किया था। लगातार स्कूल व कालेजों में छात्रों को जागरूक किया था, लेकिन मतदान वाले दिन सभी दावे हवाई साबित हुए। प्रशासन का दावा था कि सभी मतदान केंद्रों पर पेयजल व धूप से बचने के लिए टेंट की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया। पेयजल के नाम पर टंकियों का पानी था और लंबी लाइन में लगे मतदाता धूप की वजह से परेशान रहे। इसके बावजूद ग्रामीण वोट देने के लिए लंबी लाइनों में भी अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए।

शनिवार सुबह से ही उमसभरी गर्मी शुरू हो गई थी। लोग तेज धूप से बचने के लिए सात बजे मतदान को निकल गए। इस कारण केंद्रों पर लंबी लाइन दिखाई दी। आठ बजते-बजते भीड़ होना शुरू हो गई और दोपहर को यह कतार और बढ़ गई। खूब अव्यवस्था थी, उमसभरी गर्मी थी लेकिन मतदाताओं का उत्साह कम नहीं हुआ। सिर पर कपड़ा ढंके लोगों ने मतदान के लिए एक से डेढ़ घंटे तक इंतजार किया। हालांकि दोपहर को मतदान केंद्र खाली नजर आए। यदि बात करें दिव्यांगों के लिए व्यवस्था की तो उसमें भी निराशा हाथ लगी। कुछ एक केंद्रों पर व्हील चेयर तो रखी थी लेकिन इसे ले जाने वाला कोई नहीं था। इसलिए दिव्यांग व अधिक बुजुर्ग अपने स्वजन के सहारे मतदान केंद्रों पर जाते हुए नजर आए।

लोकसभा निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने दावा किया था कि बीएलओ के माध्यम से मतदाताओं के घर तक वोटर स्लिप पहुंचेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आधे से अधिक मतदाता मतदान केंद्रों पर अपनी मत पर्ची ढूंढते हुए नजर आए। इसके लिए एक से दो घंटे तक लग गए। फिर वोट डालने में घंटाभर लगा। इस दौरान गर्मी ने भी मतदाताओं को खूब परेशान किया। उधर मतदान को लेकर न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण बूथों पर भी जबरदस्त भीड़ दिखाई दी। सुबह सात बजे से ग्रामीण बूथों पर लोग वोट डालने के लिए आने लगे। सुबह के समय महिलाओं की गिनती काफी कम रही, लेकिन 10 बजने के बाद महिलाएं अपने घरेलू काम निपटाकर बूथ पर पहुंच गई।

गांव के मतदान केंद्र पर आने वाली अधिकतर महिलाएं घूंघट में थी। उनका कहना था कि अपनी मर्जी से वोट डालने का उनको पूरा अधिकार है, लेकिन सामाजिक ताने बाने का भी ध्यान रखना पड़ता है। मतदान केंद्रों पर उनके बुजुर्ग भी आए हुए हैं। इसलिए वह बिना घूंघट किए मतदान केंद्र पर नहीं आ सकती। बुढ़ैना गांव के सरकारी स्कूल में बने मतदान केंद्र में घुंघट किए हुए महिलाओं की लंबी लाइन नजर आई। वोट डालने आई निर्मला ने बताया कि महिलाओं में अपने मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह है। मतदान केंद्र पर पुरुषों से अधिक लंबी लाइन महिलाओं की देखी जा सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story