फतेहाबाद में स्पीनिंग मिल लगे तो न केवल रोजगार, सरकार का रेवेन्यु भी बढ़ेगा: सुभाष गर्ग

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फतेहाबाद में स्पीनिंग मिल लगे तो न केवल रोजगार, सरकार का रेवेन्यु भी बढ़ेगा: सुभाष गर्ग


उद्योगपति ने कहा : सस्ती जमीन, टैक्स व बिजली दरों में छूट जैसे प्रावधान करें तो यहां इंडस्ट्री वापस आ सकती है

फतेहाबाद, 9 फरवरी (हि.स.)। जिले के जाने-माने उद्योगपति एवं अग्रवाल सभा के अध्यक्ष सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि कपास से कपड़ा, जीन्स आदि बनाने की यूनिट फतेहाबाद या हरियाणा में कहीं भी लगे तो न केवल रोजगार बढ़ेगा, बल्कि सरकार का रेवेन्यू भी बढ़ेगा। हालात यह है कि फतेहाबाद जिले में पैदा होने वाली कपास को चाइना भेजना पड़ता है और उसी कपास से बनी डेनिम जीन्स को वापस इंपोर्ट करना पड़ता है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कही।

जिले के औद्योगिक विकास को लेकर सुभाष गर्ग ने फतेहाबाद जिले के औद्योगिक क्षेत्र में पिछडऩे के कारण और किस तरह जिले में दोबारा उद्योगों को लाया जा सकता है, के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि सरकार चाहती है कि फतेहाबाद ही नहीं हरियाणाभर में उद्योग लगे, लेकिन धरातल पर काम नहीं हो पा रहा। सरकार यूपी, गुजरात की तरह इंडस्ट्रियल्स को सस्ती जमीन, टैक्स व बिजली दरों में छूट जैसे प्रावधान करें तो यहां इंडस्ट्री वापस आ सकती है। फतेहाबाद में कृषि आधारित इंडस्ट्री लग सकती है। पहले यहां कपास की 2 लाख गांठें हर सीजन में पैदावार होती थी। अब मात्र 70 हजार गांठें ही हो रही हैं, जिस कारण इंडस्ट्री को कच्चा माल नहीं मिला तो इंडस्ट्री यहां से चली गई। पहले यहां बड़े-बड़े उद्योगपतियों की मीलें थी। उन्होंने बताया कि कपास वाले क्षेत्र में जमीनी पानी के ऊपर आने किसान जीरी उगाने लगे, घटिया बीजों व पेस्टीसाइड के कारण कपास की क्वालिटी कम हो गई और पैदावार भी घट गया, जिस कारण यहां कपास की इंडस्ट्री खत्म हो गई। पहले यहां पैदावार 40 मन प्रति एकड़ थी, अब मात्र 12 से 15 मन हो रही है। किसानों को पैदावार का उचित मूल्य भी नहीं मिलता तो वह दूसरी फसलें बोने लगा।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव

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