कैथल में आआपा ने मांगी चुनावी रैली की मंजूरी, कर्मचारियों ने लिखी गालियां, पांच निलंबित
हरियाणवी भाषा में लिखा कोनी देंदे, दूसरे कॉलम में लिखी गलियां
कैथल, 5 अप्रैल (हि.स. )। आम आदमी पार्टी की ओर से कैथल में रैली करने के लिए ऑनलाइन आवेदन को एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों ने न केवल रद्द कर दिया बल्कि उस पर हरियाणवी भाषा में गलत टिप्पणी की और गालियां भी लिख दी। एसडीएम के संज्ञान में मामला आने के बाद पांच कंप्यूटर ऑपरेटरों को निलंबित कर दिया गया है। मामला पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए भेजा गया है।
पुलिस का आईटी सेल मामले की जांच कर रहा है। मामला सामने आने के बाद लघु सचिवालय के कर्मचारी सकते में है। कैथल निवासी शुभम राणा ने आम आदमी पार्टी की कैथल में रैली की परमिशन लेने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा जारी एनकोर पोर्टल पर आवेदन किया था। शुक्रवार सुबह कैथल के एआरओ एसडीएम ब्रह्म प्रकाश जब कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने पोर्टल खोला। पोर्टल खोलते ही उन्होंने देखा कि शुभम राणा के ऑनलाइन आवेदन में रैली को अप्रूव या अनअप्रूव करने वाले कॉलम में इजाजत देने की जगह हरियाणवी में लिखा गया था कि कोनी देंदे। उसके नीचे का दूसरे कॉलम में गालियां लिखी गई थी। अप्रूवल के ऑर्डर देने के ऑप्शन की जगह किसी महिला की फोटो लगा दी गई थी। निर्वाचन आयोग के इस ऑनलाइन आवेदन में डिलीट करने का ऑप्शन नहीं होता। इसलिए किसी भी ऑपरेटर द्वारा की गई इन टिप्पणियों को डिलीट नहीं किया जा सका।
पूरा मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को एसडीएम ब्रह्म प्रकाश ने सभी ऑपरेटरों से इस तरह की टिप्पणी किए जाने बारे पूछताछ की। जब सभी ने मामले में संयुक्त होने से इनकार कर दिया तो एसडीएम ने पांच कंप्यूटर आप्रेटरों को निलंबित कर दिया। एसडीएम ने बताया कि जांच के बाद ही पता लगेगा कि किसी यूज़र आईडी का प्रयोग कर इस मामले में किया गया है। ऐसा भी हो सकता है कि किसी ने आईडी या पोर्टल को हैक कर लिया हो। एआरओ एसडीएम ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखा गया है। पुलिस का आईटी सेल मामले की जांच कर रहा है। जांच के बाद पता लगेगा कि किस यूज़र आईडी का प्रयोग करके आवेदन पर इस तरह की टिप्पणी की गई है। जिस कर्मचारी के पास यह यूजर आईडी या पासवर्ड होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ट्रेनिंग के दौरान पासवर्ड लीक या चोरी होने की संभावना
जिला सूचना अधिकारी दीपक खुराना को मामले की जांच सौंप गई थी। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि जांच किसी प्रशासनिक अधिकारी व साईबर काईम की टीम से करवाई जानी उचित होगी। जांच में उन्होंने संभावना जताई है कि एआरओ यूजर्स आईडी से इन दोनों प्रार्थना पत्रों को रद्द किया गया है। परन्तु दोनों ही रद्द प्रार्थना पत्रों की रिपोर्ट पर कोई भी समय और तिथि अंकित नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि किसी कर्मचारी ने एआरओएस7A017 यूजर्स का दुरुपयोग करते हुए इन प्रार्थना पत्रों को रद्द किया है। 3 अप्रैल को दोपहर 2:30 बजे जिला निर्वाचन कार्यालय की तकनीकी टीम ने इस पोर्टल की ट्रेनिंग का आयोजन किया था।जिसमे जिला कैथल के सभी एआरओ व कार्यालय में नियुक्त आईटी टीम के कर्मचारियों ने भाग लिया था और जिस आवेदन पर टिप्पणी की गई है। उसी को डेमो के रूप में प्रयोग करते हुए पोर्टल के बारे में समझाया गया था। सम्भावना है कि उस समय किसी अज्ञात कर्मचारी द्वारा यह यूजर्स का पासवर्ड नोट कर लिया गया और बाद में इसका दुरुपयोग किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेश
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