ईडी ने गुरुग्राम में ड्रग तस्कर की प्रॉपर्टी की अटैच
-ड्रग तस्कर हकीमजादा दुबई बैठकर चला रहा है नशे का धंधा
गुरुग्राम, 8 अप्रैल (हि.स.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुग्राम के सोहना क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर जसमीत हकीमजादा पर कार्रवाई के रूप में बड़ा प्रहार किया है। दुबई से ड्रग का धंधा चलाने वाले हकीमजादा की ईडी ने 1.22 करोड़ रुपये की प्रॉपटी अटैच की है। ईडी के गुरुग्राम स्थित जोनल कार्यालय की ओर से यह कार्रवाई की गई है।ईडी के प्रवक्ता ने मंगलवार काे बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से यह कार्रवाई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है। जसमीत हकीमजादा समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एनआईए ने अलग-अलग एक्ट में केस दर्ज किया। उन केस में जब एनआईए की ओर से जसमीत हकीमजादा की जांच-पड़ताल की गई तो कई खुलासे हुए। इसमें एक अहम खुलासा यह हुआ कि जसमीत को अमेरिकी सरकार ने विदेशी मादक पदार्थ तस्कर भी घोषित कर रखा है। उसका नाम विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय की सूची में भी शामिल है।
अगस्त 2024 में ईडी की ओर से दिल्ली में जसमीत हकीमजादा व उसकी पत्नी के बैंक लॉकर की जांच की थी। उन लॉकर्स से 106 किलोग्राम सोना, 370 ग्राम हीरे के जेवरात मिले थे। ईडी की ओर से उन्हें जब्त कर लिया गया। ड्रग्स के माध्यम से कमाया गया पैसा भारत के विभिन्न बैंकों में जमा कराया गया। उस पैसे को गुरुग्राम में प्रॉपर्टी पर निवेश किया गया। जसमीत हकीमजादा की गुरुग्राम में प्रॉपर्टी को ईडी ने अटैच किया है।
जसमीत हकीमजादा के अपराधिक रिकॉर्ड की जांच पर जांच एजेंसियों को यह भी पता चला है कि उसका नाम खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के साथ-साथ पाकिस्तान में छिपे हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी से भी जुड़े हैं। साथ ही खुलासा हुआ कि जसमीत हकीमजादा भारत में बड़े स्तर पर नार्को टेरर नेटवर्क संचालित कर रहा था। वह ड्रग्स की भारत में से कमाया गया पैसा अमृतसर में मनी एक्सचेंजर के माध्यम से दुबई में भेजता था।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर