हिसार: एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम ने सातरोड कलां में चलाया नशा मुक्ति अभियान

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हिसार: एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम ने सातरोड कलां में चलाया नशा मुक्ति अभियान


हिसार: एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम ने सातरोड कलां में चलाया नशा मुक्ति अभियान


हिसार: एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम ने सातरोड कलां में चलाया नशा मुक्ति अभियान


टीम ने आठ नशा पीड़ितों की पहचान कर की काउंसलिंग, जल्द शुरू करवाया जाएगा उपचार

हिसार, 16 मार्च (हि.स.)। हिसार रेंज के एडीजीपी डा. एम. रवि किरण के निर्देशन में नशा मुक्ति टीम ने शनिवार को सातरोड कला गांव में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर ड्रग्स एवं एचआईवी संक्रमण बारे लोगों को जागरूक करने के लिए नाट्य गोष्ठी का आयोजन किया। टीम के साथ आये कलाकारों ने नाटक के माध्यम से लोगों को नशे एवं इसे फैलने वाली बीमारियों बारे जानकारी दी। इस अवसर पर एडीजीपी कार्यालय के प्रवक्ता व रेंज स्तर पर चलाए जा रहे हैं ड्रग मुक्त अभियान के नोडल अधिकारी सज्जन कुमार उपस्थित रहे।

उन्होंने बताया कि पुलिस व स्वास्थ्य विभाग आपसी सहयोग से अभियान को और मुस्तैदी से चलाएंगे। जो युवा नशे की लत में पड़े हुए हैं उनकी पहचान कर उनकी काउंसलिंग व जरूरत अनुसार दवा दिलवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि नशे की लत एक बीमारी है, इसका डॉक्टरी इलाज संभव है। समाज को नशा मुक्त बनाने में हर आदमी के सहयोग की जरूरत है। अगर सभी लोग अपने और अपने घर परिवार को ड्रग्स के प्रभाव से बचा लें तो हमारा हरियाणा जल्दी ड्रग मुक्त हो सकता है।

एडीजीपी की नशा मुक्ति टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक सीमा रानी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ गांव में सर्वे करके आठ नशा पीड़ितों की पहचान की गई है। पीड़ितों व उनके परिवार के लोगों काउंसलिंग की गई है। पहचान किए गए ड्रग पीड़ितों मे अधिकतर चिटटा, हेरोइन का इस्तेमाल करते हैं। कुछ इंजेक्टेबल मरीज भी हैं जिनकी बैक हिस्ट्री जानी गई व उन्हें व उनके घर वालों को उनके उपचार के लिए प्रेरित भी किया गया। जल्दी ही इनका उपचार शुरू करवाया जाएगा।

एडीजीपी के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे इस अभियान के तहत टीम को गांव सातरोड कला, लाडवा, डाबड़ा, मीरका, आर्यनगर, पातन व टोकस में सर्वे करके ड्रग पीड़ितों की पहचान व उपचार शुरू करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इन गांवों में सर्वे करके पीड़ितों की पहचान व उपचार शुरू करवाने के लिए 31 मार्च तक का समय दिया गया है। अभियान के नोडल अधिकारी ने बताया कि 31 मार्च के बाद टीम के कार्यों से हुए सुधार की समीक्षा की जाएगी और इसके बााद आगे की कार्य योजना निर्धारित की जाएगी। इस अवसर पर पीएचसी सातरोड के डॉक्टर स्टाफ की उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव

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