हिसार: फिर इंटरनेशनल पहचान बनाने में कामयाब हुए डॉ. संदीप सिंहमार
हिसार, 22 जुलाई (हि.स.)। जिले के छोटे से गांव कुलाना निवासी शिक्षाविद डॉ. संदीप कुमार सिंहमार एक बार फिर इंटरनेशनल स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं। डॉ. सिंहमार को परंबलुरु में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में उच्चतर शिक्षा में उनके सराहनीय योगदान को देखते हुए यूनेस्को व यूएनओ से प्रमाणित संस्था अमेरिकन रिसर्च काउंसिल से इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवॉर्ड मिला।
डॉ. संदीप कुमार सिंहमार को समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे श्रीलंका सरकार के पर्यावरण विज्ञान विभाग के चेयरमैन डॉ कृष्णथा पठीराजा, इंस्टिट्यूट ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एडवांसमेंट के प्रोफेसर डॉ. एमजीजी हेमाकुमारा ने इस सम्मान से नवाजते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय भूमिका निभाने वाले शिक्षकों एवं शोधार्थियों को यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
एनआईआईएलएम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. शमीम अहमद व कुलसचिव राजीव दहिया ने खुशी जताते हुए डॉ. संदीप सिंहमार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के अवॉर्ड मिलने से जहां अन्य प्राध्यापकों को प्रेरणा मिलती है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का गौरव भी बढ़ा है। ज्ञात रहे कि डा. संदीप कुमार सिंहमार इंटरनेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग के चेयरमैन होने के साथ-साथ एन आई आई एल एम विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। डॉ. संदीप सिंहमार 400 से अधिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए शोधपत्र प्रस्तुत कर चुके हैं। इसके अलावा 150 से अधिक शोध पत्र विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। स्वतंत्र लेखक व टिप्पणीकार के तौर पर भी उनके 956 लेख/स्तंभ लेख व टिप्पणी विभिन्न समाचार पत्रों व संपादित पुस्तकों प्रकाशित हो चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन/संजीव

