त्रिवेणी साधारण वृक्ष नहीं, इसका है अध्यात्मिक महत्व : विनय बिश्नोई
जिला बार एसोसिएशन के सदस्यों ने लगाई त्रिवेणी
पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभाने में जिला बार एसोसिएशन अग्रणी
हिसार, 14 जुलाई (हि.स.)। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट विनय बिश्नोई ने कहा है कि हर वो इंसान जो श्रद्धाभाव एवं अध्यात्मिक भाव से त्रिवेणी को लगाता एवं लगवाता है तथा इसका पालन-पोषण करता है, उसका कोई भी सात्विक कर्म विफल नहीं होता। त्रिवेणी में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। त्रिवेणी हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहने का संदेश देती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में त्रिवेणी अवश्य लगानी चाहिए।
एडवोकेट विनय बिश्नोई रविवार को साथी अधिवक्ताओ के साथ कचहरी परिसर में त्रिवेणी लगा रहे थे। इस अवसर पर अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष एडवोकेट चन्द्र सिंह बिश्नोई, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मनदीप बिश्नोई, पर्यावरण प्रेमी एडवोकेट अशोक बिश्नोई, सुशील ज्याणी, दिनेश कुमार, महताब पूनिया, सुनील तिवारी, कुलदीप कोचर, दिलबाग सिंह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
एडवोकेट विनय बिश्नोई ने त्रिवेणी के लाभ बताते हुए कहा कि ये जो पर्यावरण की लड़ाई है वो भी न्याय की लड़ाई है। हम ये मानते हैं कि वन, जलवायु और पर्यावरण सभी के सांझे सरोकार हैं और इन सांझे सरोकारों का निबाह करना भी हम सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि ये त्रिवेणी एक साधारण वृक्ष ना होकर इसका अध्यात्मिक महत्व है। त्रिवेणी को शास्त्रों में स्थाई यज्ञ की संज्ञा दी गई है। हिसार बार द्वारा पौधारोपण के अभियान को आगे बढ़ाते हुए आज त्रिवेणी का रोपण किया गया।
इस दौरान अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष एडवोकेट चन्द्र सिंह ने ज्यादा से ज्यादा उनकी त्रिवेणी लगाने की इस मुहिम से जुडऩे का आह्वान किया ताकि आने वाले समय में पर्यावरण के घोर संकट से न जूझना पड़े। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी लगाना संसार का सबसे श्रेष्ठतम एवं पुण्य कार्य है। बारिश बाढ़ नहीं बरकत लेकर आए इसका एकमात्र उपाय भी त्रिवेणी है। त्रिवेणी (बड़, नीम, पीपल) का शास्त्रोंं में विशेष महत्व है। जैसे-जैसे यह त्रिवेणी बढ़ती है वैसे-वैसे आपकी सुख-समृद्धि भी बढ़ती जाती है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर / संजीव शर्मा
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