फतेहाबाद: 24 घंटे के भीतर रतिया के दिव्यांग दंपति को मिली बैटरी रिक्शा
फतेहाबाद, 31 जनवरी (हि.स.)। शत-प्रतिशत दिव्यांग रतिया निवासी मक्खन सिंह व नवजौत कौर को रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से बैटरी वाली रिक्शा और तिपहिया रिक्शा उपलब्ध करवाई गई। नवजौत कौर 40 सालों से एक लकड़ी की पीढ़ी के सहारे चलती थी। वह अपना गुजर बसर कपड़े सीलकर करती है। इसी प्रकार उनके पति मक्खन सिंह भी दिव्यांग हैं, जो बैसाखी के सहारे चलते हैं। उपायुक्त एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष अजय सिंह तोमर ने उन्हें रिक्शा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे।
जिला उपायुक्त अजय सिंह तोमर के प्रयास से बुधवार को दोनों दिव्यांग बगैर किसी बाधा के एक स्थान से दूसरे स्थान जा पाएंगें और अपना रोजगार भी कर पाएंगें। दिव्यांग दंपति मक्खन सिंह व नवजौत कौर ने जिला प्रशासन और रेडक्रॉस सोसायटी का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी वर्षों से इच्छा थी कि वो भी बाहर जा पाए जो आज पूरी हो गई है। उल्लेखनीय है कि मक्खन सिंह व नवजौत कौर ने जब रेडक्रॉस सोसायटी के अधिकारियों से उन्हें बैटरी वाली रिक्शा और तिपहिया रिक्शा दिलवाने की गुहार लगाई तो जिला उपायुक्त ने रेडक्रॉस को निर्देश दिए कि दिव्यांग नवजौत कौर और पति मक्खन सिंह को 24 घंटे में उन्हें सहायक उपकरण उपलब्ध करवाएं।
निर्देशों की पालना करते हुए सभी कागजात आदि पूर्ण कर उनकी जांच करवाकर उन्हें बैटरी वाली रिक्शा उपलब्ध करवाई गई। रेडक्रॉस ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए दिव्यांगजन को स्वयं ना बुलाकर उनके गांव के रहने वाले कलाकार और पंच जगसीर सिंह और राजा रतिया को रेडक्रॉस सोसायटी कार्यालय बुलाया और नवजौत कौर और मक्खन सिंह के लिए उपकरण उपलब्ध करवाए। ज्यों ही रतिया में दोनों दिव्यांगजन को उनके घर जाकर उपकरण उपलब्ध करवाए तो दिव्यांगजन की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था क्योंकि नवजौत कौर 100 प्रतिशत दिव्यांग होने के कारण महीनों घर से बाहर भी नहीं जा सकती थी और उनके पति एक वैशाखी के सहारे टैलर की दुकान पर जाते थे जो काफी मुश्किल का काम था।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव
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