हिसार: शोध व अनुसंधान में बढ़ती जा रही एआई की भूमिका: प्रो. नरसी राम बिश्नोई
कुलपति ने किया कम्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के शोधार्थियों से सीधा संवाद
हिसार, 24 फरवरी (हि.स.)। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है कि वर्तमान समय में शोध तथा अनुसंधान में आर्टिफिशियल इन्टेलीजेंसी (एआई) की भूमिका बढ़ती जा रही है। शोधार्थियों को सावधानी तथा जिम्मेदारी से एआई का प्रयोग करना चाहिए।वे शनिवार को विश्वविद्यालय के कम्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के शोधार्थियों से सीधा संवाद कर रहे थे। विभागाध्यक्ष प्रो. ओपी सांगवान भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय का स्तर उस विश्वविद्यालय की शोध की गुणवत्ता से ही जाना जाता है। शोधार्थी विश्वविद्यालय की रीढ़ होते हैं। उन्होंने शोधार्थियों को उच्च स्तरीय शोध के लिए प्रेरित किया तथा कहा कि वे अपने शोधपत्रों को एससीआई, स्कोप्स तथा प्रतिष्ठित जर्नल्ज में ही प्रकाशित करवाएं। प्रतिष्ठित जर्नल्ज में शोधपत्र प्रकाशित होने से शोध की पहचान बढ़ती है तथा शोध और अधिक उपयोगी हो पाता है।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि भारत को विश्व में श्रेष्ठ तथा विकसित बनाने में शोध की भूमिका अग्रणी रहेगी। ऐसे में शोधार्थियों तथा शिक्षकों की भूमिका भी और अधिक बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि शोध समाज तथा राष्ट्र उपयोगी होना चाहिए। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय शोध की गुणवत्ता और अधिक सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर नई व्यवस्थाएं की जा रही हैं। उन्होंने शोधार्थियों से कहा कि उन्हें यदि कोई समस्या हो तो वे सीधे उनके कार्यालय में आकर उनसे मिल सकते हैं। वे चाहते हैं कि विश्वविद्यालय का वातावरण स्वच्छ, पारदर्शी तथा भयमुक्त हो।
विभागाध्यक्ष प्रो. ओपी सांगवान ने इस अवसर पर कुलपति को विभाग में हो रहे शोधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही कहा कि विभाग में कुलपति के निर्देशानुसार उच्च स्तरीय तथा उपयोगी शोध को आकार दिया जाएगा। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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