हिसार: आर्यनगर व कैमरी गांव को जल्द ही महाग्राम योजना में किया जाएगा शामिल : नायब सैनी
डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम से सामुदायिक केंद्र, गंगवा रोड, साकेत कॉलोनी में अर्बन हेल्थ सेंटर बनाने की घोषणा
गुरु दक्ष आईटीआई में सोलर सिस्टम लगाने व डिजिटल पुस्तकालय का होगा निर्माण
मुख्यमंत्री ने महाराजा दक्ष प्रजापति जयंती राज्य स्तरीय समारोह में लगाई घोषणाओं की झड़ी
हिसार, 20 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने घोषणा की है कि आर्यनगर व कैमरी गांव को जल्द ही महाग्राम योजना में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा आर्यनगर गांव में जमीन उपलब्ध होने पर डॉ. बीआर आंबेडकर के नाम से कम्युनिटी सेंटर बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि गंगवा रोड, साकेत कॉलोनी कम्युनिटी सेंटर के पास उपलब्ध जमीन पर अर्बन हेल्थ सेंटर बनाया जाएगा।
नायब सिंह सैनी शनिवार को जिले के गांव आर्यनगर में आयोजित प्रदेश स्तरीय दक्ष प्रजापति जयंती कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गुरु दक्ष आईटीआई, आर्यनगर में 15 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवाया जाएगा और आईटीआई में डिजिटल पुस्तकालय का निर्माण किया जाएगा। साथ ही विशेष पाइपलाइन के माध्यम से पीने के पानी की समस्या का भी निदान किया जाएगा। उन्होंने कुम्हार धर्मशाला प्रेम नगर हिसार में शैड के निर्माण के लिए 21 लाख रुपये की राशि की मंजूरी की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा मिट्टी कला बोर्ड के बजट में बढ़ोतरी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में बीसी-ए के बैकलॉग को जल्द भरा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सपरा हॉस्पिटल से बाईपास राजगढ़ रोड तक की सडक़ तथा जिला हिसार में गांव तलवंडी रुक्का से गांव चनाना तक हरियाणा राज्य विपणन बोर्ड की लगभग छह किमी की सडक़ को बनवाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि चौधरीवास सब माइनर बुर्जी संख्या 11300 से 18600 टेल तक रिमॉडलिंग का कार्य करवाया जाएगा। जिला फतेहाबाद में कुम्हार धर्मशाला बनाने के लिए नीति के अनुसार 50 प्रतिशत कलेक्टर रेट पर आधा एकड़ जमीन दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने आर्य नगर में मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के अंतर्गत श्री अयोध्या धाम जाने वाले बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से लाखों वर्ष पहले प्रजापति ब्रह्मा ने पंच तत्वों (पृथ्वी, जल, वायु, आकाश और अग्नि) के प्रयोग से सृष्टि की रचना की थी। ब्रह्मा जी के बेटे दक्ष प्रजापति ने भी इन्हीं पंच तत्वों का इस्तेमाल करके बर्तनों की कलाकारी की। इस प्रकार मनुष्यों में सबसे पहले कलाकार महाराजा दक्ष प्रजापति ही थे। इसलिए कुम्हार को प्रजापति की संतान मानकर प्रजापति कहा गया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर / SANJEEV SHARMA
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