हिसार: महापंचायत में धरने को खेड़ी चोपटा पर ही चलाने का फैसला, 29 को बड़ा निर्णय

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हिसार: महापंचायत में धरने को खेड़ी चोपटा पर ही चलाने का फैसला, 29 को बड़ा निर्णय


हिसार: महापंचायत में धरने को खेड़ी चोपटा पर ही चलाने का फैसला, 29 को बड़ा निर्णय


खेड़ी चोपटा से जाने वाले सभी सड़क मार्गों पर लगाए बैरिकेट्स, पुलिस का कड़ा पहरा

हिसार, 24 फरवरी (हि.स.)। जिले के नारनौंद क्षेत्र के गांव खेड़ी चौपटा पर हुए विवाद के बाद शनिवार को पक्का मोर्चा पर किसानों ने महापंचायत की। महापंचायत में 29 फरवरी तक धरना यहीं जारी रखने का फैसला किया गया। इसके बाद बड़ा फैसला लेकर आंदोलन को तेज किया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से धरने के चारों तरफ भारी पुलिस बल तैनात रहा। सभी सड़क मार्गों पर बैरिकेट्स लगाकर नाकों पर भी पुलिस को तैनात किया गया।

किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि बेवजह से परेशान ना किया जाए किसान शांतिपूर्वक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। शुक्रवार की घटना के बाद किसानों में पुलिस के प्रति रोष देखा गया। शनिवार को को सुबह से ही खेड़ी चोपटा पर भारी पुलिस बल तैनात की गई है। पूरे दिन पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद खेड़ी चौकी में बैठकर पल-पल की खबर लेते रहे। पुलिस ने वाटर कैनन की गाड़ी भी चौकी के बाहर तैनात रखी।

किसान नेता विकास सीसर, सुरेश कोथ, शमशेर नंबरदार व अन्य ने बताया कि शांतिपूर्वक धरना दे रहे किसानों को पुलिस बेवजह से ही परेशान कर रही है। पुलिस के डीएसपी की वजह से शुक्रवार को पूरा घटनाक्रम हुआ जिसमें दर्जनों किसानों को चोट लगी हुई है। इसको लेकर धरने पर कमेटी की एक बैठक हुई जिसमें फैसला लिया कि धरने को सुचारू रूप से खेड़ी चोपटा पर ही चलाया जाएगा। किसान शांतिपूर्वक तरीके से अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं। पुलिस के अधिकारी किसानों को बेवजह से परेशान ना करें ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना घटे।

बॉर्डर पर बैठे किसान नेताओं ने घोषणा की है कि 29 फरवरी तक किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे, इसके चलते खेड़ी चोपटा धरने पर भी 29 फरवरी तक कहीं कूच नहीं किया जाएगा। उसके बाद किसान नेताओं का जो फैसला होगा उसके अनुसार बैठक करके किसान फैसला लेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता इंदरजीत, दिलबाग हुड्डा, राजेंद्र, सतबीर लाडवा ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा किसानों पर जो पथराव किया गया है, वह निंदनीय है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार किसान संगठनों में फूट डालना चाहती है लेकिन सभी किसान संगठन एकजुट है। सभी किसान संगठनों की एक ही मांग है और किसान इसको पूरा करवा कर ही घर लौटेंगे। उधर, पुलिस प्रशासन की तरफ से करीब 450 पुलिसकर्मी खेड़ी चोपटा पर तैनात किए गए हैं, जो किसानों की पल-पल की घटना पर नजर बनाए हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव

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