कैथल: अंबेडकर की मूर्ति हटाने के विरोध में गांव बरटा के दलितों ने कैथल में किया प्रदर्शन
कैथल, 5 अगस्त (हि.स.)। गांव बरटा की पंचायती जमीन पर लगी डॉ अंबेडकर की प्रतिमा हटाए जाने के विरोध में सोमवार को गांव के दलितों ने शहर में प्रदर्शन किया और डीसी को अपनी मांगों का ज्ञापन दिया।
प्रदर्शन का नेतृत्व एडवोकेट रजत कंसल ने किया। ग्रामीण सुबह जोहर पार्क में इकट्ठे हुए और एक सभा की। सभा में बोलते हुए रजत ने कहा कि 9 फरवरी 2024 को सरकारी ग्रांट से गांव बरटा में सार्वजनिक भूमि पर बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी। जिसे मौजूदा सरपंच दूसरे ग्राम वासियों की सहायता से हटाना चाहता है। सरपंच जब दीवार तोड़ने लगा तो दलितों का विरोध किया और दोनों पक्षों में विवाद हो गया। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दलितों की शिकायत पर एससी एसटी एक्ट लगाया गया था। जिसकी जांच डीएसपी को सौंप गई थी और उसने 90 दिनों में रिपोर्ट देनी थी। डीएसपी ने जल्दबाजी करके 15 दिन में रिपोर्ट दे दी और दूसरे पक्ष से एससी एक्ट हटा दिया गया। दूसरे पक्ष की शिकायत पर दलितों को ही गिरफ्तार किया गया। गांव के सरपंच ने बी आर अंबेडकर सभा को प्रतिमा हटाने के लिए नोटिस दिया। इसके बाद एसडीएम ने भी प्रतिमा हटाने के आदेश जारी किए।
गांव बालू में भी दलितों के साथ हुई ना इंसाफी
भीम आर्मी कैथल जिला के प्रधान राजेश ने बोलते हुए कहा कि गांव बालू में भी दलितों के साथ नाइंसाफी की गई और उनके गांव का भी यही मैटर है। पंचायत के जितने भी नुमाइंदे हैं और सरकार के जितने भी आदमी बैठे हैं। वह सब हमारे खिलाफ हैं। दलित समाज के लोग जवाहर पार्क से पेहवा चौक होते हुए प्रदर्शन करते लघु सचिवालय पहुंचे। लघु सचिवालय के बाहर काफी देर तक कोई भी अधिकारी उनके ज्ञापन लेने के लिए नहीं पहुंचा। जहां मैं देर तक प्रदर्शन करते रहे। इसके बाद एसपी उपासना व एडीसी जय श्रद्धा मौके पर पहुंची और उनका ज्ञापन लिया। दोनों अधिकारियों ने उनकी बात सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद वह वापस गांव लौट गए।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज / SANJEEV SHARMA
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