सोनीपत: म्हारे लिए तो संजीवनी बन गए उज्जवला योजना के सिलेंडर

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सोनीपत: म्हारे लिए तो संजीवनी बन गए उज्जवला योजना के सिलेंडर


सोनीपत: म्हारे लिए तो संजीवनी बन गए उज्जवला योजना के सिलेंडर


सोनीपत: म्हारे लिए तो संजीवनी बन गए उज्जवला योजना के सिलेंडर


सोनीपत: म्हारे लिए तो संजीवनी बन गए उज्जवला योजना के सिलेंडर


धुएं से मिला छुटकारा, समय पर बनता है बच्चों का नाश्ता

सोनीपत, 20 अप्रैल (हि.स.)। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत पीर गढी। यहां ज्यादातर लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं और रोजी रोटी के लिए दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर हैं। खेतों में मजदूरी करते हैं तो कुछ शहर में जाकर मजदूरी कर अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं। यमुना के तटबंध के साथ बसे हरियाणा के आखिरी गांव पीरगढी में जमीनी हकीकत को जानने के लिए यहां के लोगों से बातचीत की गई।

सोनीपत के खंड गन्नौर के अंतर्गत आने वाला गांव पीरगढी है। जहां करीब 950 वोट हैं। करीब दो हजार की जनसंख्या वाले इस गांव में पानी की निकासी की समस्या सबसे अहम है। एक छेाटा सा तालाब है जिसका पानी बरसात में ओवर फ्लो होकर मलकियत की भूमि पर जाता है। बरसात होने पर पानी घरों में घुस जाता है।

उज्जवला योजना के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं को जांचने के लिए गांव में इसके लाभार्थियों से जानकारी ली। गांव पीर गढी निवासी ऋषिपाल की पत्नी नीता ने बताया कि उनकी पुत्र वधु उषा के नाम से उन्हें फ्री सिलेंडर मिला है। उन्हें राशन फ्री मिलता है। ऐसी सरकार गरीबों का ख्याल रखने वाली दोबारा भी आनी ही चाहिए। फ्री राशन और उज्जवला योजना का लाभ उनके लिए संजीवनी का काम कर रहा है। पहले तो सिलेंडर फ्री मिला, लेकिन दोबारा भरवाया तो पूरे पैसे देने पड़े लेकिन सबसिडी उनके खाते में आ गई।

हमारे पास कहां सामर्थ्य था

गांव पीरगढी निवासी अंकित की पत्नी रेशमा का कहना है कि उसको दो महीने पहले फ्री सिलेंडर मिला था, मनीषा पत्नी सोहनबीर को भी ढाई महीने पहले उज्जवला योजना के अंतर्गत फ्री सिलेंडर मिला, बेबी पत्नी मुकेश का कहना है कि चार महीने पहले उन्हें फ्री सिलेंडर मिला। उन्होंने कहा कि उनके पास कहां सामर्थ्य था। उपले और लकड़ी के धुंए में ही रह जाते। भला हो मोदी सरकार का जिसने सिलेंडर दे दिया।

गरीबों की सुनवाई करने वालों ने यह उपकार है

ममता पत्नी सुनील का कहना है कि सिलेंडर मिलने से अब बच्चों को सुबह जल्दी खाना बना देने मे सुविधा रहती है हम दुआ देते हैं जो गरीबों की सुनवाई करने वालों ने यह उपकार कर दिया। पूजा पत्नी हरिओम का कहना है कि फ्री सिलेंडर मिला दोबारा भरवाया था खाते में 300 रुपये से कुछ ज्यादा ही सब्सिडी भी आ गई, कमला का कहना है कि हम ऐसी सरकार चुनेंगे जो गरीबों का भला करे,जिस सरकार ने हमारी रसोई का ख्याल किया धुंए से बचाया और खाना बनाना आसान कर दिया। हमारी तो आत्मा से दुआ निकल रही है। भगवान ऐसी ही सरकार बार-बार बनाए।

हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र/

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