यमुनानगर: बेसहारा गोवंश को पकड़ने का निगम ने चलाया अभियान

यमुनानगर: बेसहारा गोवंश को पकड़ने का निगम ने चलाया अभियान
WhatsApp Channel Join Now
यमुनानगर: बेसहारा गोवंश को पकड़ने का निगम ने चलाया अभियान




-पांच गोवंशों को पकड़ निगम ने पहुंचाया गोशाला

-निगमायुक्त के निर्देशों पर कार्रवाई कर रही है निगम की टीम

यमुनानगर, 5 अप्रैल (हि.स.)। शहर को बेसहारा गोवंशों से मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने उन्हें पकड़ने का अभियान चलाया हुआ है। शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने वार्ड नंबर-17 में घूम रहे पांच बेसहारा गोवंशों को पकड़ कर गोशाला में पहुंचाया। निगम का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।

नगर निगम की टीमें शुक्रवार को एसआई सुशील के नेतृत्व में बेसहारा गोवंशों को पकड़ने वार्ड नंबर-17 के कैंप पहुंची। टीम में एसआई सुशील के साथ सुपरवाइजर बलिंद्र, पीयूष शर्मा व अन्य कर्मचारी थे। निगम कर्मियों ने कैंप, नवाब कॉलोनी व अन्य कॉलोनियों में विभिन्न स्थानों पर घूम रहे पांच बेसहारा गोवंशों को पकड़ा। निगम कर्मियों ने रस्सियों के माध्यम घेरा डालकर गोवंशों को पकड़ा। इसके बाद उन्हें निगम के वाहन में चढ़ाया। गोवंशों को पकड़ने के बाद उन्हें गौशाला पहुंचाया गया।

एसआई सुशील ने बताया कि निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर बेसहारा पशुओं को पकड़ने का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। शहर में घूमने वाले सभी बेसहारा पशुओं को पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि कोई भी शहरवासी यदि कोई गोवंश खुले में छोड़ता है तो उस पर 5100 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।

उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि उन्हें शहरी क्षेत्र में कहीं भी कोई बेसहारा पशु दिखाई दे तो उसकी फोटो खींचकर पते या लोकेशन समेत निगम के व्हाट्सएप नंबर 7082410524 पर भेजे। निगम की टीम को तुरंत मौके पर भेजकर बेसहारा पशुओं को पकड़कर गोशाला पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा प्रति पशु के हिसाब से चारा खर्च गोशाला कमेटी को दिया जाता है। पशु पकड़ते समय उस पर निगम की ओर से टैग लगाया जाता है। यदि टैग वाला पशु दोबारा खुले में मिलता है तो संबंधित गोशाला संचालक पर भी जुर्माना लगाया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/अवतार/सुमन/संजीव

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story