हिसार : मुख्यमंत्री नायब सैनी राखीगढ़ी में करेंगे हड़प्पा ज्ञान केंद्र का शुभारंभ

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हिसार : मुख्यमंत्री नायब सैनी राखीगढ़ी में करेंगे हड़प्पा ज्ञान केंद्र का शुभारंभ


हिसार : मुख्यमंत्री नायब सैनी राखीगढ़ी में करेंगे हड़प्पा ज्ञान केंद्र का शुभारंभ


राखीगढ़ी महोत्सव का उद्घाटन के बाद देखेंगे दंगल

हिसार, 25 दिसंबर (हि.स.)। हड़प्पा कालीन सभ्यता का सबसे बड़ा केंद्र

राखीगढ़ी मैं तीन दिवसीय राखीगढ़ी महोत्सव की शुरुआत शुक्रवार से होगी। इसका शुभारंभ

करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पहुंचेंगे। साथ ही हड़प्पा ज्ञान केंद्र का

भी शुभारंभ किया जाएगा। उसके बाद स्टालों के अवलोकन के बाद कुश्ती के दंगल में पहलवानों

के दाव पेंच भी मुख्यमंत्री देखेंगे।

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए उपायुक्त

महेंद्र पाल और पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन गुरुवार काे पूरे दिन तैयारी का जायजा लेते रहे। एक बड़ा

मंच भी तैयार किया गया है। उसके सामने करीब 1200 कुर्सियां लगाई गई है। इस दौरान हरियाणवी

सांस्कृतिक कार्यक्रम और महिलाओं के खेलों का भी आयोजन होगा। पर्यटकों को जानकारी हासिल

के लिए राखीगढ़ी के हड़प्पा ज्ञानकेंद्र में सभी जानकारियां मिल सकेंगी। कब से कब से

तक राखी गढ़ी के टीलों पर खुदाई हुई थी ओर उस दौरान क्या क्या अवशेष मिले थे। हड़प्पा

कालीन सभ्यता की काफी परंपराओं को जानने का मौका मिलेगा। म्यूजियम के पास ही स्टेडियम

में हेलीपैड बनाया गया है। वहां से कुछ ही दूरी पर कार्यक्रम होगा। मॉक एग्जिवेशन को

भी मुख्यमंत्री देखेंगे। जिसमें कोई भी छात्र वहां पर खुदाई कर सकता है।

सुरक्षा के लिए लिहाज से छह डीएसपी, जिला पुलिस के सभी इंस्पेक्टर

और सैकड़ो पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है। राखी गढ़ी में चारों तरफ

से आने वाली सड़कों पर बैरिकेट्स लगा दिए गए है। अलग से पार्किंग स्थल बनाया गया है। एसडीएम विकास यादव ने क्षेत्र के सभी सरपंचों को राखीगढ़ी के टीलों

पर ले जाकर उनके बारे में जानकारी दी। एसडीएम की इस पहल पर सरपंच काफी खुश नजर आए और

कहा कि आज ऐतिहासिक संस्कृति के बारे में काफी कुछ सीखने को मिला। राखीगढ़ी में खुदाई

के दौरान निकले हुए टीलों को देखने के लिए हर रोज भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं।

पर्यटकों ने बताया कि हमारे देश में ऐसी धरोहर हैं। जोकि पूरी दुनिया के लिए मिसाल

है। हजारों साल पहले हम कैसे रहते थे और हमारे मकान कैसे होते थे यह सभी चीज हमें राखीगढ़ी

में ही देखने को मिलती है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

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