सिरसा में किसान तीन सितंबर काे करेंगे संघर्ष का ऐलान
सिरसा, 31 अगस्त (हि.स.)। डबवाली में किसान संगठन बीकेई के अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने गांव खारिया में खरीफ -2023 के बीमा क्लेम में किसानों के साथ ठगी का आराेप लगाते हुए प्रशासन व सरकार के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी की। किसान नेता औलख ने सिरसा के किसानों को 3 सितंबर को जाट धर्मशाला सिरसा पहुंचने की अपील की है।
यहां पर बीमा प्रीमियम वापसी, बीमा क्लेम में धांधली, खरीफ -2020 का मुआवजा, नकली खाद, बीज, कीड़े मार दवाओं पर विचार चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि खरीफ -2023 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बैंकों ने फसल का बीमा प्रीमियम 31 जुलाई को किसानों के खातों से काट लिया था, इस वर्ष नरमे की फसल में गुलाबी सुंडी का भयंकर आक्रमण हुआ, जिससे नरमे की फसल बर्बाद हो गई थी।
किसानों को उम्मीद थी की बीमा क्लेम मिलने से उनको थोड़ी बहुत राहत मिलेगी, लेकिन किसानों को बीमा क्लेम देने की बजाय 10-11 महीनों बाद उनकी बीमा प्रीमियम राशि वापस की जा रही है। सिरसा जिले के लगभग 23 हजार किसानों की बीमा प्रीमियम राशि वापस की जा रही है, जिसमें 12 हजार किसान एसबीआई बैंक, 7000 किसान पीएनबी बैंक व बाकी 4000 सभी बैंकों के खातेदार किसानों का बीमा प्रीमियम वापस आ रहा है।
औलख ने सिरसा जिले के किसानों से अपील करते हुए कहा कि अपनी सभी मांगों को लेकर मंगलवार 3 सितंबर को ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाट धर्मशाला सिरसा पहुंचे, वहां सभी की सहमति से आगे के फैसले लिए जाएंगे। खारिया की मीटिंग में लघु सचिवालय, एलडीएम दफ्तर, एसबीआई बैंक मुख्य शाखा, पुलिस अधीक्षक के घेराव के बारे में विचार रखे गए। 3 सितंबर को सिरसा जाट धर्मशाला में मीटिंग के बाद सबकी सहमति से इन कार्यक्रमों को लागू किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / रमेश डाबर
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