चंडीगढ़: जब मैं मुख्यमंत्री नहीं था तब सिस्टम में कमियां महसूस की थीं: मनोहर लाल
-अब सरकार और नागरिक के बीच कोई बिचौलिया नहीं: मनोहर लाल
-मिशन कर्मयोगी हरियाणा के माध्यम से कर्मचारियों के नैतिक प्रशिक्षण का रखा गया है लक्ष्य
चंडीगढ़, 9 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री नहीं था और समाज सेवा के काम में लगा था। तभी मैंने महसूस किया था कि सरकारी सिस्टम में ऐसी कमियां हैं, जिनके कारण आम आदमी को किसी योजना अथवा सेवा का पात्र होते हुए भी सरकारी कार्यालयों के बार-बार चक्कर काटने पड़ते थे। इस बात को लेकर मन में बड़ी टीस थी। इसलिए वर्ष 2014 में जनसेवा का दायित्व संभालते ही हमने सबसे पहले सिस्टम को ठीक कर लोगों को सेवाओं व योजनाओं का लाभ सरलता से पहुंचाने का बीड़ा उठाया था। वे शनिवार को सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम के तहत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न सेवाओं के लाभार्थियों से सीधा संवाद कर रहे थे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने और सर्विस डिलीवरी को सरल व सुगम करने के लिए ऐसा सिस्टम बनाया है, जिसमें पारदर्शिता, सरलता व ईमानदारी है, जिस तक हर व्यक्ति की सीधी पहुंच है। पिछले 9 वर्षों से चलाए जा रहे इस अभियान के अब सुखद परिणाम सामने आ रहे हैं। अब सरकार और नागरिक के बीच कोई बिचौलिया नहीं है। आज व्यवस्था परिवर्तन के फलस्वरूप नागरिक घर बैठे विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि आज भ्रष्टाचार विरोधी दिवस है, भ्रष्टाचार एक सामाजिक बुराई है, इसे रोकने के लिए अनेक उपाय प्रशासन के स्तर पर किए जाते रहे हैं। भ्रष्टाचार को तभी रोका जा सकता है, जब पूरा समाज इसके खिलाफ उठ खड़ा हो। उन्होंने कहा कि आज के संवाद में विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को सेवा पाने में कोई दिक्कत हुई हो तो मुझे बताएं। इससे पता चलेगा कि सिस्टम में सुधार हुआ है अथवा अभी भी कोई कमी बची है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर रोक के लिए नियम व कानून बने हैं, उनके तहत दंड भी तय किया गया है, लेकिन दंड व भय से कोई व्यक्ति तो ठीक हो सकता है, लेकिन सिस्टम ठीक नहीं हो सकता। यह तभी ठीक होगा, जब हम अपने नैतिक व्यवहार, मूल्यों और सिद्धांतों को और भी सुदृढ़ करें तथा कर्तव्य पालन एवं सेवाभाव पर जोर दें। इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य सरकार ने मिशन कर्मयोगी हरियाणा चलाया है। इसके तहत प्रदेश के 3 लाख कर्मचारियों के नैतिक प्रशिक्षण का लक्ष्य रखा गया है। यदि हम नैतिक रूप से सुदृढ़ होंगे तो अपने कर्तव्य पालन में कोताही नहीं बरतेंगे। इस दौरान गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएस एन प्रसाद, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डा. साकेत कुमार मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव
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