हिसार: प्रकृति के सानिध्य में मनोभावों को बना सकते अधिक सरल: डॉ. सुनील कुमार
व्यवहार परिवर्तन से उच्च व्यक्तित्व का निर्माण संभव : डॉ. रमेश आर्य
विचार बदलाव से व्यक्ति अपने जीवन को बना सकते प्रकाशमान व ऊर्जावान : डॉ. जितेंद्र
हिसार, 10 मई (हि.स.)। राजकीय महिला महाविद्यालय में ‘इनर इंजीनियरिंग ऑफ़ ह्यूमन बीइंग’ विषय पर शुक्रवार को मनोविज्ञान विभाग की ओर से प्रोफेशनल डेवलपमेंट कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया। यह कार्यक्रम ब्लेंडेड मोड में था। इसमें गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल डॉ. सुनील कुमार मुख्य अतिथि रहे।
फाउंडर ऑफ़ ‘विजडम ऑफ़ माइंड इंस्टीट्यूट’ डॉ॰ जितेंद्र कुमार मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किए गए। प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य ने अपने स्वागत भाषण में अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि मनुष्य की अंदरूनी मनोवृतियों को समझकर तथा उन्हें सही दिशा देकर असीम शक्तियों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि व्यवहार परिवर्तन से उच्च व्यक्तित्व का निर्माण संभव है।
मुख्य अतिथि डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि भौतिकता से अध्यात्म को अपनाकर और प्रकृति के सानिध्य में रहकर हम हमारे मनोभावों को अधिक सरल और कल्याणकारी बना सकते हैं, जो इनर इंजीनियरिंग ऑफ़ ह्यूमन बीइंग के लिए नींव का काम कर सकता है। मुख्य वक्ता डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने अपने वक्तव्य में बहुत ही सूक्ष्म चीजों को इस तरह से संप्रेषण किया कि ऑडियंस ने तुरंत ही समाहित कर लिया। उन्होंने दशकों से हमारे जीवन में प्रवाहित चली आ रही नकारात्मक मुहावरों, लोकोक्तियों के माध्यम से भी उदाहरण देकर विचार बदलाव कैसे होना चाहिए और यह कैसे संभव है, इसके परिणाम जीवन को कैसे परिवर्तित और प्रकाशमान व ऊर्जावान बना सकते हैं, इससे अभिभूत करवाया और मस्तिष्क की शक्तियों व सकारात्मक सोच के जादुई परिणाम के अनुभव भी उदाहरणों के माध्यम से करवाए।
महाविद्यालय की मीडिया प्रभारी डॉ. वसुंधरा ने बताया कि यह प्रोफेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. रणधीर सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया जिसका संचालन सतबीर सिंह ने किया। कॉलेज की ओर से डॉ. रेनू सोढ़ी ने आए अतिथियों का आभार जताया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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