हिसार : एचएयू की एक और मेघावी प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमारी को मिला प्रतिष्ठित एमएस स्वामीनाथन अवार्ड

हिसार : एचएयू की एक और मेघावी प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमारी को मिला प्रतिष्ठित एमएस स्वामीनाथन अवार्ड
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हिसार : एचएयू की एक और मेघावी प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमारी को मिला प्रतिष्ठित एमएस स्वामीनाथन अवार्ड


हिसार : एचएयू की एक और मेघावी प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमारी को मिला प्रतिष्ठित एमएस स्वामीनाथन अवार्ड


वानिकी के क्षेत्र उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए मिला सम्मान, अन्य वैज्ञानिकों से किया अवार्ड लाने का आह्वान

हिसार, 16 मार्च (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. बिमलेंद्र कुमारी को एमएस स्वामीनाथन अवार्ड से सम्मानित किया गया है। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित भव्य आयोजन में उनको यह अवार्ड प्रदान किया गया। उन्हें यह अवार्ड वानिकी के क्षेत्र उनके द्वारा किये गए उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।

इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में डॉ. अविनाश तिवारी, कुलपति जीवाजी यूनिवर्सिटी, ग्वालियर अवं राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविन्द कुमार शुक्ला एवं अन्य गणमान्य वैज्ञानिक और प्रतिष्ठित बुद्धिजीवी व्यक्ति उपस्थित थे। इस सम्मलेन का आयोजन एग्री-मीट फाउंडेशन एवं आरवीएस कृषि विश्वविद्यालय द्वारा सयुंक्त रूप से किया गया। एमएस स्वामीनाथन अवार्ड के चयन के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करके उसकी अनुशंसा के आधार पर विजेता को यह अवार्ड प्रदान किया जाता है।

प्रोफेसर बिमलेंद्र कुमारी ने अपनी स्नातक एवं पर स्नातक की डिग्री पंजाबी यूनिवर्सिटी से की है। इन्होंने अपनी पीएचडी की डिग्री हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार से की। प्रोफेसर विमलेंद्र कुमारी गोल्ड मेडलिस्ट रही है। उन्होंने हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में एटिक मैनेजर के पद पर कार्यरत रहते हुए किसानों के लिए काफी योगदान दिया। इन्होंने एसोसिएट डायरेक्टर ऑफ़ पब्लिकेशन के पद पर कार्यरत रहते हुए हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित जनरल सुचारू रूप से चलाया। प्रोफेसर विमलेंद्र कुमारी अंतरराष्ट्रीय स्तर की वैज्ञानिक है जो कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के वानिकी विभाग में पूर्व प्रोफेसर एवं विभाग अध्यक्ष कार्यरत थी। अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें बहुत से बाहरी देशों में शोध कार्य के लिए भ्रमण करने का भी अवसर प्रदान हुआ है, जैसे अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, दुबई, अबू धाबी, चीन, सिंगापुर। इन्हें साउथ कोरिया में पोस्ट डॉक्टोरल फैलोशिप करने का भी अवसर प्रदान हुआ। प्रोफेसर बिमलेंद्र कुमारी को अपने कार्यकाल के दौरान बहुत से प्रतिष्ठित अवार्ड भी मिले हैं, जैसे वर्ष 2019 में बेस्ट प्रोफेसर का अवार्ड, वर्ष 2018 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड इत्यादि। प्रोफेसर बिमलेंद्र कुमारी बहुत से प्रतिष्ठित जनरल की सदस्य भी रह चुकी हैं। इनके मार्गदर्शन में 34 विद्यार्थियों ने पर स्नातक की डिग्री ली एवं 21 विद्यार्थियों ने डॉक्टर आफ फिलासफी की डिग्री की। प्रोफेसर विमलेंद्र कुमारी को शिक्षक, अनुसंधान और विस्तार में 34 वर्षों का अनुभव है। इनके 130 से अधिक शोध प्रकाशन, 20 पुस्तक और बहुत से मैन्युअल भी प्रकाशित हैं। अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें बहुत से बाहरी देशों में जाने का अवसर भी प्राप्त हुआ है। वर्तमान समय में प्रोफेसर विमलेंद्र कुमारी हिमाचल प्रदेश के बद्दी विश्वविद्यालय में कृषि महाविद्यालय में डीन के पद पर कार्यरत है।

डॉ. बिमलेंद्र कुमारी ने यह अवार्ड प्राप्त होने पर ख़ुशी जताई और हरियाणा कृषि विश्वविधालय के कुलपति डॉ. बलदेव राज कम्बोज को प्रेरणा स्त्रोत बताया जिनके दिखाए रास्ते पर चलकर उनको इस अवार्ड की प्राप्ति हुई और उनका मार्गदर्शन इस अवार्ड प्राप्ति के लिए लाभदायक सिद्ध हुआ। उन्होंने बताया कि यह हर्ष की बात है कि उनसे कुछ समय पहले कुलपति प्रो. बलदेव राज कम्बोज को इसी सम्मानित अवार्ड से नवाजा गया था। यह हरियाणा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के लिए गर्व की बात है कि एक ही संस्था के दो उत्कृष्ट वैज्ञानिकों को इस सम्मान से नवाजा गया है। प्रोफेसर बिमलेंद्र कुमारी ने आह्वान किया कि और भी वैज्ञानिकों को मेहनत करके प्रतिष्ठित एमएस स्वामीनाथन अवार्ड लाना चाहिए।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव

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