हिसार: गीता जयंती का मुख्य उद्देश्य नैतिक एवं सांस्कृतिक जागृति लाना: डॉ. कमल गुप्ता
हिसार, 23 दिसंबर (हि.स.)। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को अपने जीवन में गीता का अध्ययन जरूर करना चाहिए। गीता का अध्ययन करके ही व्यक्ति इसके मर्म और महत्व को समझ सकता है। वे शनिवार को पुराना राजकीय महाविद्यालय परिसर में गीता जयंती महोत्सव के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के मुख से निकले गीता उपदेश की स्थली होने पर हरियाणा को गर्व है। इसी धरा से पूरे विश्व को गीता ज्ञान मिला है। जितना अधिक गीता का अध्ययन किया जाए, उतना ही मानव जीवन की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष नैतिक मूल्यों, आदर्शों, धार्मिक ग्रंथों एवं शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार के क्षेत्र में विश्व में सर्वोच्च स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को भ्रम है कि गीता हिंदू धर्म का ग्रंथ है, जबकि गीता किसी विशेष धर्म से संबंधित नहीं है। यह मनुष्य के जीवन के सार का एक सार्वभौमिक संदेश देती है। हर व्यक्ति को अपने घर में गीता की प्रति जरूर रखनी चाहिए। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे गीता का अध्ययन करके अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह प्रण लेना चाहिए कि गीता के संदेश को अपने जीवन में जरूर अपनाएंगे और हमेशा कर्म को प्रधानता देंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन/संजीव
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