रोहतक: भाजपा ने तैयार किया 2024 को जीतने में मोर्चों, प्रकोष्ठों व विभागों की भूमिका का रोड मैप
प्रदेशाध्यक्ष बोले, हमें ऐतिहासिक जीत के विजन के साथ कार्य करना होगा
अनिल शर्मा
रोहतक, 5 अक्टूबर (हि.स.)। आगामी चुनाव को लेकर देश और प्रदेश में बढ़ रही राजनीतिक हलचलों के बीच भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने गुरुवार को भाजपा के मोर्चों, प्रकोष्ठों और विभागों के प्रमुखों की बैठक बुलाई, जिसमें सभी को साफ निर्देश दिए गए कि वे तय करें कि किस तरह से 2024 चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। छह मोर्चों, 20 प्रकोष्ठ और लगभग 30 विभागों के प्रमुखों ने बैठक के पहले सत्र में अपनी पिछली परफोरमेंस बताई और उसके बाद दूसरे सत्र में सभी ने अपने-अपने तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ने और चुनाव में सफलता के लिए अपनी भागीदारी के प्वाइंट रखें।
बैठक में यह अहम निर्णय लिया गया कि प्रदेश भर में 7100 बूथों पर मोर्चों, प्रकोष्ठों और विभागों के पदाधिकारियों की ड्यूटी लगेगी। चुनाव से पहले सभी मोर्चा, प्रकोष्ठ और विभाग नवम्बर और दिसम्बर महीने में हर जिले में जनसभाएं करेंगे। बैठक में सबसे बड़ी बात यह रही कि इसमें सामाजिक कार्यों के दायरे को बढ़ाने और सरकार की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाकर उनका विश्वास जीतने पर जोर दिया गया। बैठक में संगठन मंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री वेदपाल एडवोकेट, मोहन लाल बड़ौली, पवन सैनी के अलावा प्रकोष्ठ के प्रमुख होने के नाते मंत्री कमल गुप्ता, राज्यसभा सांसद कृष्णलाल पंवार, विधायक राव अभय सिंह भी मौजूद रहे। सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि 2024 के चुनाव को ऐतिहासिक मार्जिन से जीतने के लिए और अधिक कार्य करने की जरूरत है। आज की बैठक में ओम प्रकाश धनखड़ ने लगभग सभी विभागों, मोर्चों और प्रकोष्ठों के पिछले कार्यों पर संतुष्टि जताई और जो कुछेक प्रकोष्ठ धीमी गति से चल रहे हैं, उनको अपने काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कट्टर ईमानदार होने का दावा करने वाले ही बड़े भ्रष्टाचारीः धनखड़
बैठक के बाद पत्रकारों द्वारा ईडी और आम आदमी पार्टी पर पूछे गए सवाल पर धनखड़ ने कहा कि अगर कुछ गलत किया है तो कार्रवाई तो होगी ही होगी। इस बात का निदान कानूनी कार्रवाई, कानूनी तरीकों और न्यायालय में होता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयानों से इस बात का निदान नहीं हो सकता। राजस्थान में कांग्रेस की दाल चढ़ने वाली ही नहीं है तो गलने की बात ही नहीं उठती। राजस्थान में कांग्रेस का कोई वातावरण नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नंबर एक हरियाणा के बयान पर तंज कसते हुए धनखड़ ने कहा कि पूर्व सीएम हुड्डा 2014 में भी नंबर एक हरियाणा कह रहे थे और 2019 में भी यह बात कह रहे थे, इसके अलावा उनके पास कहने को कोई बात नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल/संजीव

