फतेहाबाद: सेकड़ों वर्ष पुराने खेजड़ी का पेड़ काटने से खफा लोगों ने किया प्रदर्शन
फतेहाबाद, 10 अप्रैल (हि.स.)। गांव खाराखेड़ी में एक ग्रामीण ने 300 साल पुराने खेजड़ी का पेड़ काटने को लेकर बिश्नोई समाज में रोष फैल गया है। इस मामले में बिश्नोई समाज के लोग बुधवार को फतेहाबाद के लघु सचिवालय पहुंचे। डीसी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि इस मामले में उन्होंने एक सप्ताह पहले तहसीलदार को लिखित शिकायत भी दी थी कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे समाज के लोगों में काफी रोष है। इन लोगों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अब भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो समाज लघु सचिवालय के बाहर स्थाई धरना शुरू करने पर मजबूर होगा। प्रदर्शन कर रहे बिश्नोई समाज के लोगों ने बताया कि गांव खाराखेड़ी में सार्वजनिक रास्ते पर सेंकड़ों वर्ष पुराने खेजड़ी के पेड़ थे, जो बिश्नोई समाज के लिए धार्मिक आस्था का केंद्र रहा है।
बीती 30 मार्च को गांव के ही एक व्यक्ति ने इस पेड़ को काटना शुरू कर दिया। उन्होंने मौके पर पहुंचकर पेड़ को काटने से रोका, लेकिन वह नहीं रुका और पेड़ काट दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने डायल 112 पर सूचना देकर पुलिस को मौके पर बुलाया था। ग्रामीणों ने कहा कि एक ओर सरकार सेंकड़ों वर्ष पुराने पेड़ों को बचाने के लिए वायु देवता जैसी योजना चला रही है, वहीं दूसरी ओर धार्मिक आस्था के प्रतीक खेजड़ी वृक्ष को काटने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज एक पर्यावरण संरक्षक समाज है और पेड़ों को बचाने के लिए माता अमृता सहित सैकड़ों लोगों ने शहादत दी है, इसलिए वे भी पेड़ों को कटते हुए नहीं देख सकते। इस मौके पर लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और आरोपी पर तुरंत कार्रवाई की मांग की।
हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/संजीव
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