हिसार: भूगोल के पाठ्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने में मददगार: नरसी राम बिश्नोई
हिसार, 24 जून (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में एमएससी (भूगोल) तथा इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी (भूगोल) में दाखिला प्रक्रिया जारी है। इन कार्यक्रमों में दाखिले के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर 26 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने सोमवार को बताया कि भूगोल के ये पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को शिक्षा, शिक्षण, शहरी एवं क्षेत्रीय नियोजन, रिमोट सेंसिंग एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली के अनुप्रयोगों और विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं में करियर बनाने के लिए तैयार करते हैं। विभाग के पास रिमोट सेंसिंग तकनीक, जीआईएस सॉफ्टवेयर, इमेजरी की डिजिटल प्रोसेसिंग और सामाजिक-आर्थिक डेटा के प्रसंस्करण के लिए सांख्यिकीय कार्यक्रमों से जुड़े अध्ययन एवं अनुसंधान की सुविधा के लिए अत्याधुनिक जीआईएस और कंप्यूटर कार्टोग्राफी प्रयोगशाला है। इस क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए अपार संभावनाएं हैं।
भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने बताया कि एमएससी (भूगोल) तथा इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स/ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी (भूगोल) में दाखिले के लिए 50-50 सीटें हैं। एमएससी (भूगोल) में दाखिले शैक्षणिक मेरिट के आधार पर होंगे तथा इंटेग्रेटिड बीएससी (ऑनर्स /ऑनर्स विद रिसर्च)-एमएससी (भूगोल) में दाखिले प्रवेश परीक्षा के आधार पर होंगे। ये कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस विभाग का उद्देश्य ऐसे युवा भूगोलवेत्ताओं को तैयार करना है, जो उच्च शिक्षा, क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय योजना, विकास, पर्यावरण, नैतिकता तथा सतत पर्यावरण विकास के क्षेत्रों में योगदान दे सकें।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/संजीव
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