पानीपत में अंतराज्यीय वाहन चोर गिरफ्तार, 18 वारदातों को दिया अंजाम


पानीपत, 13 अप्रैल (हि.स.)। पानीपत पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड किया है। गिरफ्तार चोर ने पानीपत व दिल्ली में 18 वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है। उप पुलिस अधीक्षक राजबीर सिंह ने रविवार को जिला सचिवालय में प्रैसवार्ता के दौरान बताया कि एवीटी सेल प्रभारी सब इंस्पेक्टर रोहताश व उनकी टीम ने गत सोमवार को सोनीपत में कामी चौक के पास से आरोपी आसीम निवासी किठौर मेरठ यूपी को काबू किया था।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपने साथी आरोपी सोनीपत के ठरू गांव निवासी अजय, खुबडु गांव निवासी सुदीप धनखड़, सोनीपत निवासी गौरव, यूपी के मेरठ के जिशोर गांव निवासी माजिद व ककौल गांव निवासी रिजवान के साथ मिलकर बीती पांच फरवरी की रात मॉडल टाउन में घर के बाहर से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी चोरी करने की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा था। गिरोह में शामिल फरार आरोपी अजय दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात है। फॉर्च्यूनर गाड़ी चोरी की उक्त वारदात बारे माडल टाउन में करण तलुजा निवासी माडल टाउन की शिकायत दर्ज कराई थी।
डीएसपी राजबीर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने आरोपी को माननीय न्यायालय से पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की तो रिमांड के दौरान आरोपी ने अपने उक्त साथियों के साथ मिलकर पानीपत में देशवाल चौक के पास से अन्य एक हुंडई वेन्यू गाड़ी व दिल्ली में अलग अलग स्थान से 18 गाड़ी चोरी करने की वारदातों को अंजाम देने बारे स्वीकारा है। आरोपी पानीपत से हुंडई वेन्यू गाड़ी चोरी ले जा रहे थे तब बिंझौल गांव के पास गाड़ी का तेल खत्म होने पर आरोपी वेन्यू गाड़ी को वही लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गए थे।
गिरोह में शामिल आरोपी गौरव को बीती 18 फरवरी को एवीटी सेल पुलिस टीम ने रिफाइनरी के पास अवैध एक लोडेड देसी पिस्तौल व दिल्ली से चोरी की बलेनो कार सहित गिरफतार किया था। रिमांड के दौरान आरोपी से दिल्ली से चोरी की एक अन्य बरेजा गाड़ी बरामद हुई थी। चोरी की दो गाड़ी व देसी पिस्तौल व जिंदा रौद बरामद कर रिमांड अवधी पूरी होने के बाद आरोपी गोरव को माननीय न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा चुका है।
गिरोह के सभी आरोपी मिलकर रात के समय कार में सवार होकर निकलते थे और सेक्टर व कॉलोनियों में लग्जरी गाड़ी को ढूंढते। आरोपियों को जहां कहीं भी घर के बाहर लग्जरी गाड़ी खड़ी दिखाई देती तो सॉफ्टवेयर की मदद से गाड़ी को स्टार्ट कर चोरी कर ले जाते थे। आरोपी गाड़ी चोरी कर उसे कॉलोनियों में छुपाकर खड़ी कर देते थे। बाद में यूपी के मेरठ निवासी वसीम लोटी नाम के युवक को बेच देते थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल वर्मा