हिसार : हड़ताल के लिए आशा वर्करों ने कसी कमर, बैठक में की तैयारी

हिसार, 5 जुलाई (हि.स.)। विभिन्न संगठनों के आह्वान
पर 9 जुलाई को होने वाले राष्ट्रव्यापी हड़ताल में आशा वर्कर भी हिस्सा लेंगी। इसके
लिए आशा वर्कर यूनियन के उकलाना ब्लाॅक की वर्करों ने बैठक करके तैयारियों को अंतिम
रूप दिया।
ब्लाक प्रधान सुमन किनाला की अध्यक्षता मे शनिवार
को हुई बैठक का संचालन रीना ने किया। ब्लाक नेता सुनील, सलोचना, मोनिका ने बताया कि
आशा वर्कर्स एंड फैसिलिटेटर फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर हड़ताल होगी। उन्होंने बताया
कि छह माह से वेतन नहीं मिल रहा है और आशा वर्कर बगैर वेतन कर रही है जिससे आशा वर्करों
में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार आशा वर्कर्स के काम को बहुत
ही महत्वपूर्ण मानती है परंतु सरकार आशा वर्कर के कार्यों की प्रोत्साहन राशि नहीं
बढ़ाती। पिछले 12 वर्ष से आशा की प्रोत्साहन राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। आशा
वर्कर से फील्ड में स्वास्थ्य से संबंधित सारे कार्यों को करते हुए उनका रखरखाव का
दबाव बनाया जाता है। अब सरकार ने आशा वर्कर्स को बिना कोई प्रोत्साहन राशि दिए डिजिटल
कार्य भी शुरू करवा दिया है जिस देशभर की आशा वर्कर्स बहुत परेशान है।
बैठक में आशा वर्कर यूनियन ने हरियाणा सरकार से
मांग की कि वर्ष 2023 में आशा वर्कर्स की हड़ताल के दौरान 73 दिन के काटे गए मानदेय
का तुरंत भुगतान किया जाए, राज्य स्तरीय समस्याओं का समाधान करने के लिए आशा वर्कर्स
यूनियन हरियाणा के प्रतिनिधिमंडल के साथ हरियाणा सरकार वार्ता करके राज्य के स्तर की
समस्याओं का समाधान करे। आशा वर्करों ने केन्द्र से मांग की कि एनएचएम को स्थाई प्रोग्राम
बनाकर आशा वर्कर को पक्का कर्मचारी बनाया जाए, जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता
तब तक 45वें 46वें श्रम सम्मेलन की सिफारिश को लागू करते हुए आशाओं को न्यूनतम वेतन
26 हजार रुपये दिया जाए, पूरे देश में एक समान कार्य परिस्थितियां सुनिश्चित की जाए,
6 माह का सवेतन मातृत्व अवकाश, 20 दिन का आकस्मिक अवकाश और चिकित्सा अवकाश सुनिश्चित
किया जाए, पेंशन तक कोई सेवानिवृत्ति नहीं जाए। बैठक में आशा वर्करों
ने 9 जुलाई को राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर होने वाली हड़ताल को सफल बनाने
का आह्वान किया। बैठक में सीमा, सलोचना, मोनिका, सुमन, राजवंती, शिमला, किरण व शीला
सहित अनेक आशा वर्करों ने ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर