हिसार : गुरु तेग बहादुर जी ने बलिदान देकर इतिहास में अमर उदाहरण प्रस्तुत किया : डॉ. विवेक सैनी
श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं जयंती पर सेमिनार आयोजितहिसार, 4 नवंबर (हि.स.)। गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय के हिन्दी साहित्य परिषद हिन्दी विभाग के तत्वावधान में श्री गुरु तेग बहादुर सिंह जी की 350वीं जयंती के उपलक्ष्य में सेमिनार का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ. विवेक कुमार सैनी के निर्देशन में हुए सेमिनार का उद्देश्य गुरु तेग बहादुर जी के त्याग, बलिदान और मानवीय आदर्शों को विद्यार्थियों तक पहुंचाना था। कार्यक्रम का शुभारम्भ सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. विवेक कुमार सैनी ने मंगलवार काे कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवता के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर विश्व इतिहास में अमर उदाहरण प्रस्तुत किया। मुख्य वक्ता के रूप में हिन्दी विभाग के प्रो. (डॉ.) राजेन्द्र प्रसाद ने पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, विचारों और उनसे जुड़ी प्रेरणादायक घटनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गुरुजी का जीवन हमें अन्याय के विरुद्ध खड़े होने और सभी धर्मों के प्रति समान दृष्टि रखने की शिक्षा देता है।
हिन्दी साहित्य परिषद द्वारा लिजा, नैंसी, किरण और त्रिवेणी को गुरु तेग बहादुर जी पर विचार प्रस्तुत करने पर समानित किया गया। इन छात्राओं ने अपने सम्बोधन में गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाओं को आज के समाज में लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान आज भी सभी को सत्य, साहस और सहिष्णुता की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। सेमिनार में हिन्दी विभाग से डॉ. सुमन, डॉ. वीरेन्द्र, डॉ. जीतबाला और डॉ. कविता भी उपस्थित रहीं, जिन्होंने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया। कार्यक्रम के अंत में हिन्दी विभाग से डॉ. कमलेश ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने प्राचार्य, अतिथियों, वक्ताओं और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों के बौद्धिक और नैतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

