संशोधित.... डाॅ. अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलकर ही राष्ट्र का विकास संभव: बंडारू दत्तात्रेय
महापरिनिर्वाण दिवस पर राजभवन में मुख्यमंत्री ने डॉ. अंबेडकर को अर्पित की पुष्पांजलि
चंडीगढ़, 6 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न डाॅ. भीमराव अंबेडकर आधुनिक राष्ट्र के ऐसे महानायक थे, जिन्होंने राष्ट्र को शिक्षित, संगठित व संघर्ष करने का रास्ता दिखाया।
राज्यपाल दत्तात्रेय बुधवार को हरियाणा राजभवन में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने के बाद संबाेधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को अर्थ, विधि, सामाजिक न्याय, राजनीति सहित विभिन्न क्षेत्रों में उनकी दूरगामी दृष्टिकोण और गहन शोध के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर का कहना था कि शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो। उनके जीवन का एकमात्र लक्ष्य समाज के शोषित वर्गों को न्याय दिलाना था, जिसके लिए उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक उत्थान के लिए समर्पित कर दिया।
दत्तात्रेय ने कहा कि बाबासाहेब ने समाज और देश की उन्नति के लिए प्रत्येक नागरिक को शिक्षित होने का मूलमंत्र दिया, जिससे देश के युवा शिक्षित और संस्कारवान होकर समाज के विकास में अपना योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि हमें डॉ भीमराव अंबेडकर के अपनाए गए सिद्धांतों तथा उनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर देश में पिछड़े एवं अनुसूचित वर्ग के लोगों की हरसंभव मदद के लिए आगे आना होगा। यही बाबासाहेब के प्रति राष्ट्र की सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अतुल द्विवेदी, एडीसी अर्श वर्मा, ओएसडी बखविंदर सिंह, सीडीएच जगन बैंस तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील
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