आकाशदीप ने छूआ आकाश, यूपीएससी में मिली 166वीं रैंक
सोनीपत, 16 अप्रैल (हि.स.)। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 166वां रैंक पाने वाले आकाशदीप ने कहा कि सफलता के लिए मेहनत, लगन, समर्पित भावना से किया प्रयास जरूर रंग लाता है। मेरी सफलता के लिए यह पांचवां प्रयास था।
शास्त्री नगर, गन्नौर जिला सोनीपत के रहने वाले सुशील कुमार व ममता के बेटे आकाशदीप का जन्म 5 मार्च 1997 को हुआ था। आकाशदीप की 10, 12 वीं की पढ़ाई मॉडल संस्कृति स्कूल गन्नौर के सरकारी स्कूल में हुई। इसके बाद बीटेक व आईआईटी मंडी से की और भारत पेट्रोलियम में बतौर ऑपरेशन ऑफिसर के रूप में नियुक्ति हो गए थे लेकिन चार महीने के बाद स्वेच्छा से नौकरी छोड़ दी और सिविल सर्विस की तैयारी में लग गए। उनकी मेहनत रंग लाई और संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पूरे भारत में 166वां रैंक प्राप्त की। बेटे की कामयाबी से सुशील कुमार और ममता को बधाई देने वालों को तांता लगा है। आसपास के क्षेत्र के अंदर खुशी का माहौल है
सफलता के संबंध में आकाशदीप ने बताया कि सबसे पहली बात तो सीखने पर ध्यान दिया। दूसरा माता-पिता का मार्गदर्शन मेरे लिए महत्वपूर्ण रहा है। तीसरी बात आत्मनिरीक्षण की क्षमता पैदा कर खुद के साथ न्याय करने का प्रयास किया कि यदि कहीं पर गलत हूं तो मैंने स्वीकार किया और गलती सुधार कर उसे दाेहराया नहीं है।
आकाशदीप ने बताया कि सफलता ने खुशी का वैसे ही एहसास दिलायाए जैसे दौड़ते समय पसीना आता है और जब मंजिल पर पहुंचते हैं तो ठंडक का अहसास होता है। आकाशदीप का कहना है कि भौतिक सफलताएं मेहनत पर निर्भर करती हैं। सफलता मिलने के बाद अपनी जिम्मेदारियां कैसे निभाना है इसके लिए हमारा अध्यात्म चिंतन मार्गदर्शन का कार्य करता है। आकाशदीप के माता ममता पिता सुशील कुमार सामान्य परिवार से हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र//सुनील
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