हिसार : लुवास प्रशासन पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप, प्राध्यापक नाराज
हिसार, 18 दिसंबर (हि.स.)। लुवास प्राध्यापक संगठन ने लुवास प्रशासन पर नकारात्मक रवैया अपनाने व शिक्षकों को परेशान करने का आरोप लगाया है। प्रशासन के रवैये के विरोधस्वरूप संगठन ने दो घंटे सांकेतिक धरना दिया और प्रशासन को सात दिन का समय दिया।
कुलपति कार्यालय के समक्ष दिए गए दो घंटे के धरने के दौरान लुवास प्राध्यापक संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने जोरदार नारेबाजी की। धरने में विश्वविद्यालय के अनेक विभागाध्यक्ष तथा अधिकांश शिक्षक उपस्थित रहे। धरने को संबोधित करते हुए वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं पूर्व प्रधान डॉ. अशोक मलिक ने बताया कि विश्वविद्यालय में प्राध्यापकों के 294 स्वीकृत पद हैं तथा इस समय 149 प्राध्यापक कार्यरत हैं। पिछले दो वर्षों से लुवास प्रशासन कोई भी नियुक्ति नहीं कर सका है। प्राध्यापकों की कमी के बावजूद बाहर नए बने पशु विज्ञान केन्द्रों पर स्थाई नियुक्ति की जगह, यहां से प्राध्यापकों को मनमाने एवं भेदभावपूर्ण तरीके से बाहर ट्रांसफर किया जा रहा है, जो कि गलत है।
प्राध्यापक संगठन के अध्यक्ष डॉ. अमित पूनिया ने मांग की कि प्राध्यापकों के ट्रांसफर रद्द करके तुंरत नई नियुक्तियां की जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय में पांच दिन का सप्ताह लागू करने की भी मांग की। इस अवसर पर पूर्व प्रधान डॉ. संदीप गुप्ता ने कहा कि प्राध्यापकों की बाहर बदली करना गलत है। ऐसे में प्राध्यापकों को बली का बकरा बनाना बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि सोमवार को सांकेतिक धरना दिया गया है, परंतु आगे कड़े कदम उठाए जाएंगे। संगठन की सचिव डॉ. स्वाति दहिया ने धरने में पहुंचे सभी प्राध्यापकों का आभार जताया।
हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/सुमन
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