सोनीपत: खरखौदा पहुंची देश की प्रथम महिला शिक्षिका की 18 टन की मूर्ति
सोनीपत, 20 जनवरी (हि.स.)। देश की प्रथम महिला जिसने महिला शिक्षा के लिए प्रथम स्कूल खोला, प्रथम महिला शिक्षक अथवा प्रिंसीपल बनने वाली सावित्री बाई फुले की करीब 21 फीट ऊंची पत्थर की बनी लगभग 18 टन वजनी मूर्ति खरखौदा में पहुंची है। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा भी राशि दी गई थी।
खरखौदा स्थित सावित्री बाई फुले महिला पार्क में निर्धारित फाउंडेशन पर रखवाने के लिए सोनीपत-रोहतक में सभी हाईड्रा संचालकों ने असमर्थता जताई तो दिल्ली से मोबाइल क्रेन मशीन मंगानी पड़ी। जिस मशीन की कीमत करीब 1 करोड़ 20 लाख रुपए है, जो अमेरिका में बनी है। एक हाई-ड्रा मशीन अलग से मंगवानी पड़ी। करीब 18 टन पत्थर की मूर्ति आसपास के किसी भी जिले में नहीं हैं।
सावित्री बाई फुले सेवा समिति प्रधान कप्तान सिहं, राजेंद्र सिंह ने बताया कि महिलाओं को शिक्षित करने में अपना जीवन समाज को समर्पित करने वाली महान महिला सावित्री बाई फुले की प्रतिमा में खरखौदा से सर्वजातिय लोगों ने सहयोग करके स्थापित कराने में सहयोग किया है। इस प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। उप प्रधान राजेंद्र सैनी, कोषाध्यक्ष श्यामलाल पटवारी, सह सचिव अमित कुमार, राजेश कुमार, मदन कुमार, सतबीर, लालचंद, औमप्रकाश सहित विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे। मूर्ति के निर्माण की आधारशिला खरखौदा जज डा. रेणु सोलंखे, एसडीएम डा. अनमोल व खंड शिक्षा अधिकारी सहित विभिन्न महिलाओं ने रखी थी। मूर्ति के निर्माण एवं फाउंडेशन पर करीब 14 लाख रुपए की राशि खर्च होने का अनुमान है।
हिन्दुस्थान समाचार/ नरेंद्र/संजीव
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