जींद: ग्रामीण सफाईकर्मियों ने मांगें न माने जाने पर हडताल दस नवंबर तक बढाई
जींद, 4 नवंबर (हि.स.)। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने मांगों पर सुनवाई न होने के चलते अपनी हडताल को आगामी दस नवंबर तक बढाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपना 16 सूत्रीय मांग पत्र जींद हल्के के विधायक डा. कृष्ण मिड्ढा को सौंपा। राज्य प्रधान देवी राम ने कहा कि 17 साल समाज की सेवा करने के बाद भी हम मानदेय पर काम करने पर मजबूर हैं। उनके लिए रोजगार सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है और ही हमें जीने लायक वेतन दिया जाता है। बीजेपी सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का वायदा करके प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई थी।
उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश की जनता के साथ बीजेपी सरकार लगातार शोषण कर रही है। ग्रामीण सफाईकर्मियों की मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। मजबूरीवश ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की पिछले 25 दिन से हड़ताल जारी है। उन्होंने मांग की कि विधानसभा मे पॉलिसी बना कर सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए। सभी ग्रामीण सफाई कर्मियों को बीडीपीओ के पे-रोल पर लिया जाए। हरियाणा रोजगार कौशल निगम को भंग किया जाए और सफाई कर्मियों को पक्का किया जाए। सभी सफाई कर्मियों के लिए 26 हजार रुपये मासिक न्यूनतम वेतन लागू किया जाए। 2000 की बजाए 400 की आबादी पर एक कर्मचारी की स्थाई नियुक्ति करते हुए सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए। 500 रुपये मासिक काम के औजारों का भत्ता तय किया जाए। 500 रुपये मासिक वर्दी धुलाई भत्ता लागू किया जाए। एक्ससग्रेसिया नीति के तहत परिवार के सदस्य को काम पर रखा जाए। दिवाली पर बोनस और कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षा भत्ता लागू किया जाए। सौ-सौ गज के प्लाट और मकान बनाने के लिए अनुदान दिया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव
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