युवा पीढ़ी के दिलों में गंगा-जमुनी की संस्कृति को स्थापित करना है- सौरभ भारद्वाज

युवा पीढ़ी के दिलों में गंगा-जमुनी की संस्कृति को स्थापित करना है- सौरभ भारद्वाज
WhatsApp Channel Join Now
युवा पीढ़ी के दिलों में गंगा-जमुनी की संस्कृति को स्थापित करना है- सौरभ भारद्वाज


नई दिल्ली, 24 फ़रवरी (हि.स.)। राजधानी का सांस्कृतिक परिदृश्य उर्दू के वैभव से जीवंत हो गया है क्योंकि चार दिवसीय उर्दू विरासत महोत्सव दिल्ली के निज़ामुद्दीन, हुमायूं के मकबरे के पास सुंदर नर्सरी में शुरू हुआ है। जश्न-ए-उर्दू, उर्दू के सार का जश्न मनाने वाला यह त्योहार, भाषा के साथ शहर की गहरी आत्मीयता को सामने लाता है। यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति और भाषा विभाग के तत्वावधान में और उर्दू अकादमी दिल्ली के सहयोग से आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री सौरभ भारद्वाज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

यह उत्सव उर्दू भाषा के समृद्ध सांस्कृतिक ताने-बाने को उजागर करता है। इस असाधारण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोग ढेर सारे सांस्कृतिक उत्सवों का आनंद ले सकते हैं, जिनमें आत्मा-रोमांचक संगीत प्रस्तुतियाँ, उत्तेजक नाटक, गहन काव्यात्मक प्रदर्शन और विचारोत्तेजक बहसें शामिल हैं।

कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित किया गया है और विभाग के लोगों ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर बहुत मेहनत की है।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली सरकार लगातार दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इन कार्यक्रमों के पीछे एकमात्र उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी के दिलों में हमारी गंगा-जमुनी (समग्र और समावेशी) संस्कृति को स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि उर्दू एक बहुत ही मीठी भाषा है जो एक इंसान को दूसरे इंसान से जोड़ती है।

उन्होंने कहा कि इस स्थान पर 22 से 25 तारीख तक चार दिनों तक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम के लिए, दिल्ली सरकार ने ग़ज़ल और सूफी संगीत की दुनिया से प्रतिष्ठित हस्तियों को आमंत्रित किया है, जैसे निज़ामी ब्रदर्स, खन्नक जोशी, तलत अजीज और वॉयस ऑफ इंडिया के विजेता सलमान अली। साथ ही साथ इस कार्यक्रम में पहली बार उर्दू के माध्यम से रामलीला के मंचन का अद्भुत दृश्य लोगों के लिए यहां आयोजित किया गया। रामायण का मंचन उर्दू जबान में किया जाना अपने आप में एक अद्भुत बात है। हमारे देश की हजारों वर्ष पुरानी गंगा जमुनी तहजीब का यह एक प्रत्यक्ष उदाहरण रहा।

रविवार 25 फरवरी को दर्शकों को बॉलीवुड सनसनी और इंडियन आइडल 10 के विजेता, सलमान अली के संगीत के जादू का भी आनंद लेने का मौका मिलेगा, जिनकी आवाज अपने मधुर आकर्षण से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगी।

यह सुनिश्चित करते हुए कि परंपरा नवीनता से मेल खाती है, महोत्सव बैत बाजी और चार बैत जैसी काव्य प्रतियोगिताओं की मेजबानी करेगा, जो समकालीन प्रशंसा के लिए 400 साल पुरानी परंपरा में नई जान फूंकेगी। यह त्योहार उर्दू की सांस्कृतिक कथा को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के लिए दिल्ली की प्रतिबद्धता के प्रमाण के रूप में खड़ा है, जो राजधानी के सांस्कृतिक परिवेश को समृद्ध करने के लिए सरकार के चल रहे प्रयासों को प्रदर्शित करता है।

मीडिया कर्मियों और संस्कृति प्रेमियों को उर्दू के उत्सव को देखने और उसमें भाग लेने के लिए सादर आमंत्रित किया जाता है, जो सांस्कृतिक एकीकरण और कलात्मक वैभव का प्रतीक होने का वादा करता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/अनूप

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story