नगर निगम के वेटरनेरी विभाग की बड़ी लापरवाही, बिना मीट हटवाए सील की दुकान
- बदबू से स्थानीय लोगों का हो गया था जीना हराम
नई दिल्ली, 15 मार्च (हि.स.)। दिल्ली नगर निगम के वेटरनेरी डिपार्टमेंट की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। पुरानी दिल्ली के कूचा चालान में मीट की एक दुकान को गत 7 मार्च को बिना लाइसेंस की वजह से वेटरनेरी डिपार्टमेंट ने सील कर दिया था। कुछ दिनों के बाद दुकान से इतनी बदबू आने लगी कि इलाके के लोगों का जीना दुश्वार हो गया। काफी मशक्कत के बाद जब इसे खुलवाया गया तो पता चला कि दुकान से मीट हटवाए बिना ही उसे सील कर दिया गया था।
इस मीट शॉप से बदबू आने के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत क्षेत्र के विधायक प्रह्लाद सिंह साहनी और निगम पार्षद सुल्तानाबाद से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद इसकी डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल से शिकायत की गई तो उन्होंने निगम के आला अधिकारियों से बात की और दुकान की सील तोड़ने का आदेश पारित करवाया। आज दोपहर बाद निगम के आला अधिकारियों, वेटरनेरी डिपार्टमेंट और भारी पुलिस बंदोबस्त की मौजूदगी के मीट की दुकान का ताला तोड़ा गया तो वहां से सड़ा गला बदबूदार मीट मिला। दुकान में रखे डीप फ्रीजर में भी मीट भरा हुआ था।
वहां बड़ी संख्या में मौजूद स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले में निगम का वेटरनेरी विभाग पूरी तरह से जिम्मेदार है। जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मौके पर मौजूद डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल का कहना है कि बिना लाइसेंस चलने वाली दुकानें सील होनी चाहिए लेकिन इससे पहले वहां पर मौजूद सामान आदि को हटाया जाना चाहिए। उनका कहना है कि जिस भी अधिकारी ने मीट की इस दुकान में सील लगाई है, उसने बड़ी लापरवाही की। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि वह इस मामले में निगम आयुक्त से बात करेंगे और इस अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग करेंगे।
नगर निगम की इस लापरवाही की वजह से क्षेत्र के लोगों को कई दिनों तक काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और यहां इस दुकान से उठ रही बेतहाशा बदबू के बीच रहने पर मजबूर होना पड़ा। क्षेत्र की निगम पार्षद सुल्तानाबाद का कहना है कि उन्हें इस मामले में शिकायत मिली थी जिस पर उन्होंने डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल से बात की थी। आज इस दुकान में जो कुछ सामने नजर आ रहा है, इसके लिए नगर निगम का अमला पूरी तरह से जिम्मेदार है। उनका कहना है कि इसकी वजह से अगर यहां पर किसी भी तरह की बीमारी आदि फैलती तो उसके लिए भी निगम का अमला ही जिम्मेदार ठहराया जाता। उन्होंने भी इस घटना में निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
हिन्दुस्थान समाचार/ एम ओवैस/दधिबल
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