खतरनाक वृक्षों की कटाई एवं छंटाई से संबंधित एसओपी पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (हि.स.)। वन एवं वन्यजीव विभाग दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी) के जरिए दिल्ली वृक्ष संरक्षण अधिनियम (डीपीटीए) 1994 के अंतर्गत अधिसूचित दो मई एवं छह जून की मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन आज दिल्ली सचिवालय किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता विजय कुमार बिधुरी सचिव (पर्यावरण एवं वन) दिल्ली ने की।
यह कार्यशाला लगभग 18 संबंधित सरकारी विभागों एवं भूमि-स्वामी एजेंसियों के अधिकारियों को वृक्षों की देख-रेख एवं छंटाई तथा खतरनाक, मृत एवं रोगग्रस्त वृक्षों के कटान से संबंधित हाल ही में अधिसूचित एसओपी के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु संवेदनशील बनाने एवं उनकी क्षमता वृद्धि के उद्देश्य से आयोजित की गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए विजय कुमार बिधुरी ने कहा कि यह पहल उपराज्यपाल द्वारा व्यक्त की गई उन चिंताओं के अनुरूप है, जिनमें क्षेत्रीय स्तर पर कार्यरत अधिकारियों एवं अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के पर्याप्त संवेदनशीलकरण की आवश्यकता पर बल दिया गया है। उन्होंने बताया कि सड़कों, फुटपाथों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्थित मृत, रोगग्रस्त एवं खतरनाक वृक्षों की समय पर पहचान एवं प्रबंधन के अभाव में पूर्व में कुछ टाली जा सकने वाली घटनाएं घटित हुई हैं, जिससे अधिसूचित एसओपी के कड़ाई से अनुपालन की आवश्यकता और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
कार्यशाला में बागवानी विंग के प्रमुखों तथा विभिन्न सरकारी विभागों एवं भूमि-स्वामी एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान डीपीटीए, 1994 के अंतर्गत वैधानिक प्रावधानों, वृक्षों की छंटाई एवं कटान से संबंधित एसओपी, प्रक्रियात्मक आवश्यकताओं, समय-सीमा, दस्तावेजीकरण तथा अंतर-विभागीय समन्वय तंत्र पर विस्तृत प्रस्तुतियां दी गईं।
इसके अतिरिक्त, वन एवं वन्यजीव विभाग के ऑनलाइन पोर्टल अर्थात डीपीटीए ई-फॉरेस्ट वेब पोर्टल पर एक विस्तृत प्रस्तुति एवं लाइव डेमोंस्ट्रेशन भी किया गया। इसमें ऑनलाइन आवेदन, अनुमोदन, निगरानी व्यवस्था तथा अधिनियम एवं एसओपी के पारदर्शी एवं प्रभावी क्रियान्वयन में पोर्टल की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
कार्यशाला का समापन एक इंटरएक्टिव प्रश्न-उत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने क्षेत्रीय स्तर पर आ रही व्यावहारिक समस्याओं एवं अनुभवों को साझा किया। वन एवं वन्यजीव विभाग के अधिकारियों द्वारा सभी प्रश्नों का समाधान करते हुए व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान किया गया। साथ ही, पोर्टल को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल एवं प्रभावी बनाने हेतु सुझाव प्राप्त करने के लिए एक फीडबैक सत्र भी आयोजित किया गया।
विभाग द्वारा पुनः अवगत कराया गया कि सभी अधिसूचित एसओपी वन एवं वन्यजीव विभाग, जीएनसीटीडी की आधिकारिक वेबसाइट (https://forest.delhi.gov.in) तथा डीपीटीए ई-फॉरेस्ट वेब पोर्टल (https://dpta.eforest.delhi.gov.i) पर उपलब्ध हैं, जिनका संदर्भ लेकर सभी संबंधित एजेंसियां प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित कर सकती हैं।
यह प्रशिक्षण कार्यशाला उपराज्यपाल के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार द्वारा संस्थागत क्षमता सुदृढ़ीकरण, दिल्ली वृक्ष संरक्षण अधिनियम, 1994 के एकरूप एवं प्रभावी क्रियान्वयन तथा जन-सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में निरंतर किए जा रहे प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव

