पंजाब विश्वविद्यालय में सीनेट चुनावों पर प्रतिबंध विद्यार्थियों के अधिकारों पर सीधा हमला: एनएसयूआई
नई दिल्ली, 3 नवंबर (हि.स.)। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) की निर्वाचित सीनेट चुनावों पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय की सोमवार को कड़ी निंदा की है। एनएसयूआई ने इसे लोकतांत्रिक परंपराओं और विद्यार्थियों के अधिकारों पर सीधा हमला बताया है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी की तरफ जारी एक बयान में कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) ने अपने प्रतिष्ठित सीनेट चुनावों पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कुचलने और छात्रों के मूल अधिकारों को छीनने की कोशिश कर रही हैं। अब वे छात्र संघ चुनावों पर भी प्रतिबंध लगाएंगे। यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और विश्वविद्यालय को किसी भी संस्थान के हवाले करने का स्पष्ट प्रयास है।
वरुण चौधरी ने कहा कि सीनेट चुनाव पंजाब विश्वविद्यालय की लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव हैं। इन चुनावों से विद्यार्थियों, शिक्षकों और पूर्व छात्रों को नीतिगत निर्णयों में भागीदारी का अधिकार मिलता है। इन चुनावों पर प्रतिबंध लगाकर प्रशासन छात्रों की आवाज को दबाने और राजनीतिक हस्तक्षेप का रास्ता खोल रही है।
वरुण चौधरी ने कहा कि एनएसयूआई की मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन तुरंत सीनेट चुनावों को बहाल करे और पारदर्शिता, जवाबदेही तथा सभी हितधारकों के शासन में भागीदारी के अधिकार को सुनिश्चित करे।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी

