एनडीएमसी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ का एक पखवाड़ा अभियान शुरू किया
नई दिल्ली, 17 सितंबर (हि.स.)। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने ‘स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता’ थीम पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ का एक पखवाड़ा अभियान शुरू किया है। यह 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा। इस अभियान का शुभारंभ दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज ने किया। 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 155वीं जयंती मनाने के लिए 155 स्वच्छता नायकों के साथ 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान चलाया जाएगा। स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत आज (मंगलवार) को ए ब्लॉक, इनर सर्कल, कनॉट प्लेस से एक भव्य स्वच्छता वाहन बेड़े रैली को रवाना करने के साथ की गई। स्वच्छता कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए।
इस अवसर पर पालिका परिषद् उपाध्यक्ष, सतीश उपाध्याय, पालिका परिषद् की सदस्य, विशाखा शैलानी और पालिका परिषद् के सचिव, कृष्णा मोहन उप्पू भी उपस्थित थे । ये स्वच्छता नायक काम पर आने-जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अपनी बाइक पर सवार हुए, जो अब स्वच्छता ही सेवा अभियान के बारे में जागरूकता पैदा करेंगे और नागरिकों से एनडीएमसी को शीर्ष स्तरीय स्वच्छ शहर के रूप में प्रदर्शित करने के लिए इस पखवाड़े के अभियान में शामिल होने का अनुरोध करेंगे। इनमें विभिन्न लोगों का प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व होगा, स्वच्छता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए एनडीएमसी द्वारा उपयोग किए जा रहे वाहन इसकी विविधता को दर्शाएंगे।
इसके पहले पालिका परिषद् उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने रैली में भाग लेने वालों को स्वच्छता शपथ दिलाई और कहा कि यह रैली राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के साथ भारत की राजधानी के नागरिको को स्वच्छता ही सेवा के तरफ प्रतिबद्धता करने के लिए भी है ।
उल्लेखनीय है कि पिछले दस वर्षों में स्वच्छ मानक के विषय में सुधार किया है । एनडीएमसी ने अपनी उत्कृष्ट अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों के कारण वाटर प्लस और फाइव-स्टार सिटी का प्रतिष्ठित दर्जा अर्जित किया है। घरों और वाणिज्यिक क्षेत्रों से उत्पन्न सभी कचरे को बिजली में परिवर्तित किया जाता है, जबकि कचरे से उत्पन्न खाद का उपयोग राजधानी शहर की हरियाली को बढ़ाने के लिए किया जाता है। सभी सीवरेज जल को पुनर्चक्रित किया जाता है और बागवानी कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
एनडीएमसी ने सौंदर्य की दृष्टि से बहुत ही सुंदर काम किया जिसमें 42.74 वर्ग किमी के छोटे से क्षेत्र में सड़क किनारे लगे 76 फव्वारों और 23 मूर्तियों भी है । अपने कर्मचारियों को प्रेरित और समर्पित रखने के लिए सफाई मित्रों का कल्याण एनडीएमसी की प्रमुख चिंता रही है। एनडीएमसी ने 4400 आरएमआर कर्मचारियों, जिनमें सफाई कर्मी भी शामिल है, उन को नियमित किया और 7वें वेतन आयोग के अनुसार उनका वेतन तय और जारी किया। इन नवाचारों ने नई दिल्ली को स्वच्छता और सततता का एक मॉडल बना दिया है।
7 सितंबर को 50 एनडीएमसी स्कूलों के तीस हजार विधार्थियों ने स्वच्छता और साफ़ सफाई को बढ़ावा देने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी स्वच्छता शपथ में भाग लिया। साथ ही आयुर्वेद, होम्योपैथी और एलोपैथी के डॉक्टर्स सहित एनडीएमसी अस्पतालों के दो सौ अन्य डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी स्वच्छता प्रतिज्ञा ली और अस्पतालों के भीतर स्वच्छता गतिविधियों में भाग लिया । ऐसे में ही 14 सितम्बर को भी स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । एनडीएमसी ने एनडीएमसी के सभी विभागाध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों को स्वच्छता शपथ दिलाई।
एनडीएमसी का स्वच्छता ही सेवा अभियान नागरिकों को बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान में शामिल करने, कठिन कचरा स्थानों को हटाने, स्वच्छता कार्यकर्ताओं के योगदान को पहचानने और पिछले दशक में स्वच्छ भारत मिशन की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह अभियान स्वच्छता और टिकाऊ अपशिष्ट प्रबंधन तरीकों को आगे बढ़ाने के लिए एनडीएमसी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, जिससे नई दिल्ली नगरपालिका परिषद देश के बाकी हिस्सों के लिए एक चमकदार उदाहरण बन जाती है।
स्वच्छता ही सेवा अभियान द्वारा नागरिकों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जोड़ेगा ।एनडीएमसी ने स्वच्छता ही सेवा अभियान के सुचारू क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए 14 विभागाध्यक्ष स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ये अधिकारी आरडब्ल्यूए, एमटीए और स्वच्छता, बागवानी और सिविल इंजीनियरिंग जैसे विभागों के साथ मिलकर झुग्गी-झोपड़ियों, वाणिज्यिक क्षेत्रों, पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर सफाई अभियान चलाएंगे।
एनडीएमसी सभी नागरिकों, आरडब्ल्यूए, एमटीए और विभिन्न हितधारकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और नई दिल्ली को दुनिया की सबसे स्वच्छ राजधानी बनाने की अपील करती है। इस जन आंदोलन को सफल बनाने के लिए हर नागरिक की भागीदारी महत्वपूर्ण है
उल्लेखनीय है कि इसमें पालिका धाम, चेम्सफोर्ड क्लब के पीछे जेजे कैंप, तालकटोरा पार्क में झुग्गी, प्रिंसेस पार्क, जोधपुर मेस, सफदरजंग फ्लाईओवर और अन्य स्लम क्षेत्र शामिल होंगे। सेंट्रल पार्क, तालकटोरा गार्डन, लोधी गार्डन, नेहरू पार्क और सभी कॉलोनियों के पार्क सहित प्रमुख पार्क और उद्यान भी इस अभियान का हिस्सा होंगे। हनुमान मंदिर, बिड़ला मंदिर, गुरुद्वारा रकाब गंज और बंगला साहिब जैसे धार्मिक स्थल और अन्य धार्मिक स्थल भी अभियान में शामिल किए जाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिरंचि सिंह
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