राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
नई दिल्ली, 30 जुलाई (हि.स.)। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कोचिंग संस्थाओं की खुली लूट को रोकने और इनके नियमित संचालन के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
मंगलवार को लिखे पत्र में संजय सिंह ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि कोचिंग माफिया पर नकेल कसने के लिए उचित कानून तत्काल बनाया जाए, ताकि ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई दुःखद घटना की पुनरावृति न हो। उन्होंने कहा है कि पेपर लीक में कोचिंग माफिया की बड़ी भूमिका पाई गई है। सरकारी तंत्र से इनकी मिलीभगत ने लाखों युवाओं का भविष्य संकट में डाल दिया है। ये लाखों रुपये फीस ले रहे हैं, लेकिन सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर जर्जर बिल्डिंग में क्षमता से अधिक छात्रों को बैठाते हैं। इसी तरह, छात्रों से आवास के लिए भी मोटा किराया वसूला जाता है, लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाती है। लिहाजा, इसे रोकने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाया जाना चाहिए।
सिंह ने आगे लिखा है कि दूसरी तरफ आज देश में कोचिंग संस्थान नोट छापने की मशीन बन चुके हैं। मेडिकल और आईआईटी में एडमिशन के नाम पर पेरेंट्स से लाखों रुपये मांगे जा रहे हैं। कोई अपनी जीवन भर की जमा-पूंजी लगाकर, तो कोई अपनी जमीन जायदाद को कौड़ी के मोल स्वाहा करके कोचिंग की नाजायज फीस को भर रहा है। जिस पर सरकारी नियम बनाना आवश्यक है।
बेतहाशा फीस वसूली के बावजूद भी कोचिंग संचालकों की कोशिश रहती है कि कम से कम खर्च में अधिक से अधिक कमाई कैसे की जाए। इसलिए जर्जर बिल्डिंगों में क्षमता से अधिक छात्रों को बैठने के लिए मजबूर करते हैं। इन कोचिंग संस्थाओं में न तो ठीक से निकासी द्वार हैं और न ही प्रवेश द्वार। भवन मालिकों से किराए पर जगह लेने के वक्त न तो सुरक्षा से संबंधित पहलुओं का ध्यान दिया जाता है और न ही इसके लिए कोई फिक्रमंद है।
हिन्दुस्थान समाचार
हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी / रामानुज
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