विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने एनडीएमसी विद्यालयों के वार्षिक विज्ञान मेले का किया उद्घाटन
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (हि.स.)। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री - डॉ. जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के वार्षिक विज्ञान मेले का उद्घाटन किया। विज्ञान मेले का उद्घाटन करने के बाद, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री, जितेंद्र सिंह ने कहा कि युवा दिमाग विज्ञान और प्रौद्योगिकी और इनोवेशन के साथ भारत के भविष्य के विकास को आगे बढ़ाएंगे। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भारत की वैज्ञानिक क्षमता की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इस अवसर पर, पालिका परिषद के अध्यक्ष अमित यादव, उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, सदस्य एनडीएमसी विशाखा शैलानी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
एनडीएमसी विद्यार्थियों की वैज्ञानिक रचनात्मकता को प्रदर्शित करने के लिए पांच से छह दिसंबर, 2023 को सुबह 08:30 बजे से दोपहर 03.00 बजे तक एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर, जय सिंह रोड, नई दिल्ली में दो दिवसीय एनडीएमसी स्कूलों के वार्षिक विज्ञान मेले का आयोजन कर रही है। इसमें अपने स्कूलों के उभरते वैज्ञानिकों द्वारा मॉडल और चार्ट के रूप में इस मेले का आयोजन किया गया है।
इस विज्ञान मेले का विषय प्रौद्योगिकी और खिलौने है। एनडीएमसी स्कूलों के अलावा इसमें इस वर्ष सेंट कोलंबस, सेंट थॉमस, मॉडर्न स्कूल, सरदार पटेल सहित कुछ पब्लिक स्कूल, नेशनल साइंस सेंटर, साइंस मैगजीन-साइंस रिपोर्टर और अविष्कार जैसी पत्रिकाएं विज्ञान मेले में भाग लेने वालों में से है। विज्ञान खेल, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद, स्वास्थ्य मेला, विज्ञान खिलौने आदि भी इस विज्ञान मेले के मुख्य आकर्षण हैं।
पालिका परिषद के इस विज्ञान मेले में 60 से अधिक मॉडल्स प्रदर्शित किये गये है, जो भविष्य के वैज्ञानिकों के वैज्ञानिक स्वभाव, योग्यता और नवीन दिमाग को प्रदर्शित करते हैं। विज्ञान/गणित के आविष्कारी प्रदर्शन, पालिका टिंकरिंग लैब/अटल टिंकरिंग लैब के प्रदर्शन, और विज्ञान के साथ मनोरंजन, चमत्कारों के पीछे का विज्ञान पर छात्रों के लिए इंटरैक्टिव कार्यशालाएं और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र के साथ विज्ञान के चमत्कारों की खोज भी विज्ञान में शामिल किये गये हैं।
मेले में विज्ञान पत्रिकाओं का प्रदर्शन और डू इट योरसेल्फ (डीआईवाई) जोन भी शामिल है। विज्ञान मेले की असाधारण विशेषताओं में से एक क्षेत्र के प्रमुख वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के साथ लाइव साइंस टॉक भी किया जा रहा है।
एनडीएमसी की इस विज्ञान प्रदर्शनी का व्यापक लक्ष्य बच्चों को आत्मनिर्भर भारत के बारे में शिक्षित करना और “आजादी का अमृत महोत्सव” की शिक्षा में योगदान देना है। विशेष रूप से, यह विशाल आयोजन महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद विज्ञान प्रदर्शनी की फिर से शुरुआत का प्रतीक है। विज्ञान मेलें में डिजिटल इंडिया मिशन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लिखित उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/अनूप
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