यूनानी कॉलेज की स्थापना को लेकर जामिया वीसी के सम्मान में समारोह का आयोजन

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यूनानी कॉलेज की स्थापना को लेकर जामिया वीसी के सम्मान में समारोह का आयोजन


- ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस ने प्रो. नजमा अख्तर का आभार व्यक्त किया

नई दिल्ली, 18 मार्च (हि.स.)। ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वाइस चांसलर प्रो. नजमा अख्तर के सम्मान में यूनिवर्सिटी के नेहरू गेस्ट हाउस में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता जेएमआई के प्रोफेसर एमिरेटस पद्मश्री अख्तरुल वासे ने की और कार्यक्रम का संचालन पत्रकार मोहम्मद अहमद ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज मोहम्मद अफ्फान द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से हुई। यह कार्यक्रम यूनानी चिकित्सा के विकास के लिए सदैव तत्पर रहने वाले मशहूर हकीम डॉक्टर सैयद अहमद खान के प्रयासों से संभव हुआ।

मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खां जामिया मिल्लिया इस्लामिया के संस्थापकों में से एक रहे हैं। यूनानी चिकित्सा में उनकी सेवाओं के मद्देनजर जामिया में भी एक यूनानी कॉलेज की स्थापना की मांग लंबे समय से होती रही है। कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने यूनानी की जड़ों को मजबूत करने के लिए जामिया मिल्लिया इस्लामिया में यूनानी मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने का बीड़ा उठाया है। कॉलेज का निर्माण ओखला के मुजीब बाग में हो रहा है जिसका जल्द ही उद्घाटन होगा। इस दिशा में प्रो. अख्तर के अथक प्रयासों के सम्मान में इस समारोह का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर प्रो. आरिफ जैदी ने प्रो. अख्तर के इस कदम की तारीफ करते हुए कहा कि हालांकि यूनानी चिकित्सा पद्धति भले ही वर्षों पुरानी हो लेकिन इसकी लोकप्रियता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि यदि हम यूनानी चिकित्सा पद्धति का उपयोग समय की मांग के अनुसार करें तो यूनानी के प्रचार-प्रसार में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

मेडिकल कॉलेज पर प्रकाश डालते हुए प्रो. अख्तर ने कहा कि कॉलेज की स्थापना आसान नहीं है, लेकिन जब इरादे मजबूत हों और लोगों का साथ हो तो कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में यूनानी विशेषज्ञों एवं अनुभवी डॉक्टरों को मार्गदर्शन के लिए बुलाया जाएगा ताकि जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनानी के क्षेत्र में इतिहास रचे।

डॉ. एस फारूक ने नए चांसलर सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की नियुक्ति और जामिया में तिब्बी और आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने पर प्रो. अख्तर को बधाई दी। इस अवसर पर प्रो. अख्तरुल वासे ने कहा कि कुछ सालों से यूनानी और आयुर्वेद को अलग-अलग कर के प्रस्तुत किया जा रहा है, लेकिन स्वतंत्रता सेनानी मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खां ने करोल बाग में केवल यूनानी कॉलेज की स्थापना नहीं की बल्कि उन्होंने यूनानी और आयुर्वेदिक कॉलेज की स्थापना की। उन्होंने कहा कि प्रो. अख्तर को यह सम्मान प्राप्त है कि यह देश की पहली महिला हैं जो किसी विश्वविद्यालय की कुलपति हैं और उनके अथक प्रयासों से जामिया में यूनानी मेडिकल कॉलेज बनेगा।

प्रो. इदरीस ने कहा कि हम शुरू से ही जामिया में यूनानी कॉलेज बनाने की मांग करते रहे हैं और आज हमारा सपना पूरा होने जा रहा है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख लोगों में वरिष्ठ पत्रकार सोहेल अंजुम, वरिष्ठ पत्रकार जावेद अख्तर, डॉ. शकील अहमद, पत्रकार अली आदिल खान, असजद नदवी, प्रो. फरहत नसरीन तसलीम के नाम शामिल हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/शहजाद

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