दिल्ली जल बोर्ड के एसटीपी घोटाले के खिलाफ भाजपा ने जल बोर्ड मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
नई दिल्ली, 30 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली जल बोर्ड के एसटीपी घोटाले के विरोध में दिल्ली भाजपा ने गुरुवार को जलबोर्ड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन में दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्न सचदेवा ने कहा कि आज दिल्ली में पानी को लेकर जहां एक तरफ केजरीवाल सरकार ने लूट मचाई है, वहीं दूसरी तरफ दिल्ली की जनता बदबूदार पानी पीने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि 9 साल से सीवर लाइन डाली जा रही है और तीन बार पेमेंट भी हो चुका है लेकिन काम के नाम पर अभी भी कुछ नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि 1200 करोड़ रुपये के टेंडर को 1546 करोड़ रुपये में दिया गया और फिर उसे बाद में 1938 करोड़ रुपये कर दिया गया। इस तरह से जलबोर्ड को लूटने का काम केजरीवाल सरकार ने किया है ।
धरना प्रदर्शन में शामिल रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि एक दौर में दिल्ली जल बोर्ड 700 करोड़ रुपये के मुनाफे में था लेकिन आज 70,000 करोड़ रुपये के घाटे में हैं। पिछले आठ सालों से सीएजी द्वारा मुख्यमंत्री केजरीवाल को बार बार चिट्ठी लिखने के बावजूद केजरीवाल सरकार ने जल बोर्ड के खाते की जांच तक नहीं करवाई। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट द्वारा डायरेक्शन दिया गया है कि उसके खाते की जांच हो। बिधूड़ी ने कहा कि आज अपने दोष को छिपाने के लिए केजरीवाल के मंत्री अधिकारियों को दोषी ठहराने में लगे हुए है जो कि सरासर झूठ है।
प्रदेश महामंत्री योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि किसी भी संस्था में हेरफेर का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि 6 वित्त वर्ष तक उसके खाते ही न लिखे जाएं, जैसा कि दिल्ली जल बोर्ड में हो रहा है। 2016-17 के बाद से दिल्ली जल बोर्ड के न तो खाते बने हैं और न ही कोई ऑडिट हुआ है। इस हेरफेर के चलते 31 मार्च, 2018 को दिल्ली जल बोर्ड का घाटा जो 26 हजार करोड़ रुपये था, 31 मार्च, 2023 को उसका अनुमान 70 हजार करोड़ का लगाया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी/दधिबल
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