हमें ऐसा भारत बनाना है जहां अभाव का अभाव हो: प्रो. योगेश सिंह

हमें ऐसा भारत बनाना है जहां अभाव का अभाव हो: प्रो. योगेश सिंह
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हमें ऐसा भारत बनाना है जहां अभाव का अभाव हो: प्रो. योगेश सिंह


नई दिल्ली, 01 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने सोमवार को कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जहां अभाव का अभाव हो। उन्होंने कहा कि अब भारत बदल रहा है। बहुत कुछ अच्छा हो रहा है। प्रो. सिंह नव वर्ष 2024 के प्रथम दिन कुलपति कार्यालय के लॉन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कुलपति ने सभी को नव वर्ष की शुभकानाएं देते हुए कहा कि वर्ष 2023 सभी के सराहनीय प्रदर्शन के कारण उपलब्धियों भरा रहा है। इसके लिए उन्होंने अपने सभी सहयोगियों की पीठ थपथपाई। कुलपति ने विश्वविद्यालय की साल भर की उपलब्धियों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि बीते वर्ष में डीयू और इसके महाविद्यालयों में शिक्षकों की कुल 3716 नियुक्तियां और 5979 पदोन्नतियां हो चुकी हैं।

प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि डीयू के शताब्दी समारोह का शुभारंभ 2022 में उपराष्ट्रपति ने किया था और 2023 में इसके समापन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डीयू पहुंचे। 2023 में डीयू कल्चर काउंसिल द्वारा भी जी-20 के अनेकों आयोजन किए गए। प्रो. योगेश सिंह ने फरवरी 2024 में होने वाले डीयू के 100 वें दीक्षांत समारोह को लेकर कहा कि अपनी स्थापना के 101 वर्षों में 100 दीक्षांत समारोह आयोजित करने वाला दिल्ली विश्वविद्यालय अपने आप में दुनिया का अनूठा विश्वविद्यालय है।

कुलपति ने बताया कि इस वर्ष क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग: सस्टेनेबिलिटी 2024 में दिल्ली विश्वविद्यालय को 73.4 के समग्र स्कोर के साथ भारत में पहला और वैश्विक स्तर पर 220वां स्थान प्राप्त हुआ है। पिछले वर्ष इस सूची में डीयू 381-400 रैंक पर था। उन्होंने कहा कि 2024 में हमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर अपनी रैंकिंग में और सुधार करना है। एनआईआरएफ में हम भारत के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में शामिल होने का प्रयास करेंगे और क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में वैश्विक स्तर पर 400 संस्थानों में शामिल होने का प्रयास करेंगे। कुलपति ने अनुसंधान के आंकड़े सांझा करते हुए बताया कि 2023 के दौरान स्कोपस इंडेक्स्ड जर्नल्स में शोध प्रकाशनों में 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस अवधि के दौरान कम से कम 11 पेटेंट स्वीकृत व प्रकाशित किये गये हैं। यही नहीं, विश्वविद्यालय का एच-इंडेक्स 230 से बढ़कर 268 हो गया है जो हमारे संकाय सदस्यों द्वारा अनुसंधान की बढ़ी हुई गुणवत्ता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि 2023 में डीयू ने विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ 33 एमओयू साइन किए हैं जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 18 थी।

इस अवसर पर डीन ऑफ कॉलेजज प्रो. बलराम पाणी, दक्षिणी परिसर के निदेशक प्रो. प्रकाश सिंह, एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो, प्रॉक्टर प्रो. रजनी अब्बी, रजिस्ट्रार डॉ विकास गुप्ता, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. पंकज अरोड़ा, डीन अकेडमिक प्रो. के. रत्नाबली तथा डीयू कल्चर काउंसिल के चेयरपर्सन एवं पीआरओ अनूप लाठर सहित डीन, विभागाध्यक्ष, विभिन्न कालेजों के प्रिंसिपल व विश्वविद्यालय के अनेकों अधिकारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील

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