दिल्ली विधानसभा में “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ पर भव्य आयोजन, स्मृति पट्टिका अनावरण एवं तिरंगे रंगों में रोशनी
नई दिल्ली, 4 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में दिल्ली विधानसभा में 7 नवम्बर (शुक्रवार) को विशेष कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस अवसर पर विधानसभा भवन को तिरंगे रंगों में जगमगाया जाएगा, जबकि स्मृति पट्टिका का अनावरण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां राष्ट्रभक्ति की भावना को उजागर करेंगी। बंकिम चन्द्र चटर्जी द्वारा 1875 में रचित “वंदे मातरम्” स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा रहा है।
इस दौरान दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता पट्टिका का अनावरण करेंगे। साहित्य कला परिषद के कलाकार एकता और देशभक्ति से ओत-प्रोत प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर शाम के समय दिल्ली विधानसभा भवन को तिरंगा के रंगों में आलोकित किया जाएगा।
गुप्ता ने कहा कि “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम की आत्मा और मातृभूमि के प्रति अटूट श्रद्धा का अमर गीत है। 150 वर्षों के गौरव का उत्सव मना रहे हैं, जो हमें राष्ट्रीय मूल्यों की प्रतिबद्धता दोहराने का अवसर देता है।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि “वंदे मातरम्” भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक यात्रा में एक अमर स्थान रखता है। यह गीत राष्ट्रीय चेतना के उदय के काल में रचा गया था, जिसने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को आत्मा प्रदान की। उन्होंने कहा कि इसने देशवासियों में गौरव, एकता और मातृभूमि के प्रति समर्पण की भावना जगाई। इसके शब्द आज भी समय की सीमाओं को पार करते हुए हर भारतीय को हमारे देश की सुंदरता, शक्ति और आध्यात्मिक सार की याद दिलाते हैं।
गुप्ता ने कहा कि वंदे मातरम्ने राष्ट्रीय चेतना जगाई और विविधता में एकता का संदेश दिया। यह आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है, सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रसेवा की याद दिलाता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह आयोजन विधानसभा की प्रतिबद्धता दर्शाता है कि वह राष्ट्रीय गौरव और “विविधता में एकता” को मजबूत बनाए रखेगी। यह गीत भाषा-धर्म की सीमाओं से परे भारतीयों को जोड़ता रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / माधवी त्रिपाठी

