वरिष्ठ प्रचारक मदन दास देवी का निधन अतीव पीड़ादायक: अभाविप

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वरिष्ठ प्रचारक मदन दास देवी का निधन अतीव पीड़ादायक: अभाविप


नई दिल्ली, 24 जुलाई (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सह सरकार्यवाह, कुशल संगठक मदनदास देवी का निधन संघ परिवार के लिए अतीव पीड़ादायक है। अभाविप ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की।

आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक मदन दास देवी का सोमवार को कर्नाटक के बंगलुरु में शरीर शांत हुआ। उनके निधन पर अखिल भारतीय परिषद ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उनके निधन से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं, पूर्व कार्यकर्ताओं व शुभचिंतकों ने अपना अभिभावक खो दिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्रीयाज्ञवल्क्य शुक्ल, राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रा. मिलिंद मराठे ने अभाविप कार्यकर्ताओं की शोक संवेदनाओं को व्यक्त करते हुए मदनदास देवी जी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि मदनदास देवी के जीवन-मूल्य व स्मृतियां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की सतत् प्रवाहमान यात्रा में प्रेरणा तथा पथ-प्रदर्शक के रूप में हमेशा उपस्थित रहेंगी। उनके निधन से अभाविप कार्यकर्ताओं ने अभिभावक तुल्य छत्र खोया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की आरंभिक यात्रा से ही उनकी प्रमुख भूमिका ने संगठन को प्रभावशाली अखिल भारतीय स्वरूप व दिशा दी।

अभाविप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह ने कहा कि मदनदास जी का जन्म अभाविप के स्थापना दिवस अर्थात् 9 जुलाई के दिन ही 1942 में महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के करमाला गांव में हुआ था। उन्होंने एमकॉम के बाद एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट की शिक्षा भी प्राप्त की थी। पुणे में पढ़ाई के दौरान वरिष्ठ बंधु खुशालदास देवी की प्रेरणा से वे संघ संपर्क में आए। 1964 से मुंबई में उन्होंने अभाविप में कार्य प्रारंभ किया व 1966 ई. में अभाविप मुंबई इकाई के मंत्री हुए। वे अभाविप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की योजना से दिए गए प्रथम प्रचारक थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कर्णावती राष्ट्रीय अधिवेशन (1968) में उनकी पश्चिमांचल क्षेत्रीय संगठन मंत्री के रूप में दायित्व की घोषणा हुई। 1970 में तिरूवनंतपुरम राष्ट्रीय अधिवेशन में मदनदास देवी ने अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री का दायित्व संभाला। 1970 से 1992 तक अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से युवाओं की संस्कारित पीढ़ी निर्माण में उनकी महती भूमिका रही। 1992 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख, सह सरकार्यवाह जैसे दायित्वों का निर्वहन किया।

हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप

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